विंध्याचल में नवरात्रि: विंध्य कॉरिडोर ने किया कमाल- मां विंध्यवासिनी के दर्शन हुए सुगम, रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने टेका मत्था

DM पवन सिंह गंगवार के निर्देश पर, मंदिर परिसर से दूर 15 से अधिक अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की विस्तृत व्यवस्था की गई थी।
मिर्ज़ापुर: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि में माँ विंध्यवासिनी धाम विंध्याचल में दर्शनार्थियों की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ी। प्रशासन के अनुमान के मुताबिक, पिछले 9 दिनों में उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से आए तकरीबन 20 लाख से अधिक भक्तों ने माँ विंध्यवासिनी के दर्शन किए। इस बार का नवरात्रि पर्व विंध्य कॉरिडोर के निर्माण और बेहतर प्रबंधन के कारण विशेष रूप से सुगम रहा, जिससे श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली। कॉरिडोर बनने से पहले जहां संकरी गलियों में भक्तों को भारी समस्या होती थी, वहीं अब चौड़े रास्तों और व्यवस्थित लाइनों के कारण दर्शन आसानी से हो पाए। सुरक्षा और सुविधा के साथ-साथ, इस बार विंध्याचल परिसर को तंबाकू-गुटखा मुक्त रखने के अभियान का भी कड़ाई से पालन किया गया, जिससे स्वच्छता का एक नया मानक स्थापित हुआ।
विंध्य कॉरिडोर बना वरदान, दर्शन हुए आसान
विंध्य कॉरिडोर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, लेकिन इसका प्रभाव इस नवरात्रि पर स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। कॉरिडोर बनने से मंदिर की ओर जाने वाली संकरी गलियां अब चौड़ी हो गई हैं, जिससे भीड़ का दबाव कम हुआ है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 6 से 7 अलग-अलग रास्ते बनाए, जिनका उपयोग करके भक्तों ने क्रमबद्ध तरीके से माँ विंध्यवासिनी के दर्शन किए। इस नई व्यवस्था से लंबी कतारों और धक्का-मुक्की की समस्या काफी हद तक समाप्त हो गई, जिससे दर्शनार्थियों ने सुगमता से माता के दर्शन किए और अपनी यात्रा को सुखद पाया।
रिकॉर्ड तोड़ भीड़, अनुमान 20 लाख के पार
इस वर्ष दर्शनार्थियों की आधिकारिक संख्या के विशेष आंकड़े सामने नहीं आए हैं, लेकिन प्रशासन के आंतरिक अनुमान के अनुसार, नवरात्रि के नौ दिनों में 20 लाख से अधिक भक्तों ने विंध्याचल पहुंचकर माँ विंध्यवासिनी के चरणों में शीश नवाया। यह भीड़ न सिर्फ उत्तर प्रदेश से थी, बल्कि बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, और अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंचे। इस विशाल जनसमूह को व्यवस्थित रूप से संभालने में नए कॉरिडोर और प्रशासनिक तैयारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
15 से अधिक स्थानों पर पार्किंग की बेहतर व्यवस्था
तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए, प्रशासन ने यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया। DM पवन सिंह गंगवार के निर्देश पर, मंदिर परिसर से दूर 15 से अधिक अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की विस्तृत व्यवस्था की गई थी। इन पार्किंग स्थलों पर वाहनों को रोककर, श्रद्धालुओं को सुगमता से मंदिर तक पहुंचने की व्यवस्था की गई। चौड़े रास्तों और सुव्यवस्थित पार्किंग ने न केवल जाम की समस्या को कम किया, बल्कि बाहरी राज्यों से आए भक्तों को भी अपनी गाड़ियां खड़ी करने में सहूलियत प्रदान की।
तंबाकू-गुटखा मुक्त परिसर और विशेष स्वच्छता अभियान
नवरात्रि के अवसर पर स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया। DM पवन सिंह गंगवार के निर्देशानुसार, पूरे माँ विंध्यवासिनी परिसर और आसपास के क्षेत्र को 'तंबाकू-गुटखा मुक्त' क्षेत्र बनाने का निर्देश जारी किया गया था, जिसका कड़ाई से पालन किया गया। इस विशेष पहल से मंदिर और उसके आसपास का वातावरण स्वच्छ और पवित्र बना रहा। सफाई कर्मचारियों की अतिरिक्त तैनाती और जागरूकता अभियान के कारण, इस बार नवरात्रि के दौरान परिसर में अभूतपूर्व साफ-सफाई देखने को मिली, जो एक बड़ा सकारात्मक बदलाव था।
