विधानसभा सत्र की रणभेरी: विपक्ष के चक्रव्यूह को भेदने के लिए सीएम योगी ने तैयार की 'तथ्यों' की सेना

विपक्ष के चक्रव्यूह को भेदने के लिए सीएम योगी ने तैयार की तथ्यों की सेना
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हंगामे की आशंका को देखते हुए विधानसभा परिसर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

सीएम योगी ने मंत्रियों को पूरी तैयारी और तथ्यों के साथ सदन में आने का निर्देश दिया है ताकि विपक्ष के हर हमले का डटकर मुकाबला किया जा सके।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानमंडल का सत्र आज से शुरू हो रहा है, जिसके बेहद हंगामेदार होने की उम्मीद है। विपक्ष ने जहां विभिन्न के मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों और विधायकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे पूरी तैयारी के साथ सदन में उतरें।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि विपक्ष के हर हमले का जवाब तथ्यों और आंकड़ों के साथ मजबूती से दिया जाए।

सदन में विपक्ष की आक्रामक घेराबंदी

विधानसभा सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने तेवर कड़े कर लिए हैं। कानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा और महंगाई, कोडिन सीरप जैसे मुद्दों को लेकर विपक्षी दल सदन के भीतर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे।

समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों ने संकेत दिए हैं कि वे जनसरोकारों से जुड़े विषयों पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाएंगे। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष की रणनीति से यह साफ है कि आज सदन में भारी शोर-शराबा और तीखी बहस देखने को मिल सकती है।

मुख्यमंत्री का मंत्रियों को 'फुल प्रूफ' निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायक दल की बैठक में मंत्रियों को होमवर्क के साथ आने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी मंत्री या विधायक को विपक्ष के सवालों से विचलित होने की जरूरत नहीं है।

सीएम ने निर्देश दिया कि विपक्ष के पास भले ही शोर मचाने के लिए मुद्दे हों, लेकिन सत्ता पक्ष के पास उपलब्धियों का भंडार है।

उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वे अपने विभाग की उपलब्धियों और डेटा को अच्छी तरह पढ़ कर आएं ताकि सदन के पटल पर विपक्ष के दावों की हवा निकाली जा सके।

आंकड़ों और तथ्यों से पलटवार की रणनीति

सरकार ने तय किया है कि वह रक्षात्मक होने के बजाय आक्रामक रुख अपनाएगी। सत्ता पक्ष की ओर से विकास योजनाओं, रोजगार के आंकड़ों और कानून व्यवस्था में सुधार के दावों को ढाल बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा है कि वे सदन में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और चर्चा के दौरान पूरी शालीनता लेकिन मजबूती के साथ अपनी बात रखें सरकार का मानना है कि तथ्यों के आधार पर दिया गया जवाब जनता के बीच सकारात्मक संदेश लेकर जाएगा।

विधायी कार्य और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

हंगामे की आशंका को देखते हुए विधानसभा परिसर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और सुरक्षा बल चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं ताकि किसी भी प्रकार के प्रदर्शन या अराजकता को रोका जा सके।

सरकार का मुख्य लक्ष्य इस सत्र के दौरान महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराना और अनुपूरक बजट पर चर्चा पूरी करना है। हंगामे के बावजूद सरकार की कोशिश रहेगी कि विधायी कार्य बाधित न हों और तय समय सीमा के भीतर सभी संसदीय प्रक्रियाएं पूरी की जा सकें।

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