योगी सरकार का कारीगरों को तोहफा: विश्वकर्मा योजना में जुड़े 12 नए ट्रेड, बनेगा यूपी का ग्रोथ इंजन

Yogi Adityanath
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते बुधवार को विश्वकर्मा जयंती पर तीन दिवसीय विश्वकर्मा एक्सपो-2025 का उद्घाटन किया, जहाँ उन्होंने उत्तर प्रदेश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक बड़ी घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में 12 नए ट्रेड को जोड़ने का ऐलान किया, जिससे अब इस योजना के तहत कुल 23 ट्रेड हो गए हैं।
इसका उद्देश्य युवाओं को आधुनिक तकनीकों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और वैश्विक बाज़ार के लिए तैयार करना है। सीएम योगी ने कहा कि राज्य के कारीगरों और शिल्पकारों ने बीते साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश को विकास का 'ग्रोथ इंजन' बना दिया है।
नई पहल के तहत जोड़े गए 12 ट्रेड में मोबाइल रिपेयरिंग, ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग, इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल गुड्स रिपेयरिंग, प्लंबर, कंप्यूटर रिपेयरिंग, सोलर पैनल रिपेयरिंग, डिजिटल फोटोग्राफी, ब्यूटी एंड वेलनेस, गारलैंड मेकर (माला बनाने वाले), मछली पालन और भड़भूजा (भुना हुआ अनाज बेचने वाले) शामिल हैं। इन नए क्षेत्रों को जोड़कर सरकार का लक्ष्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।
युवाओं और उद्यमियों को मिला सशक्तिकरण
विश्वकर्मा एक्सपो में सरकार ने केवल नई घोषणाएं ही नहीं कीं, बल्कि जमीनी स्तर पर कारीगरों और उद्यमियों को सीधे लाभ भी दिया। कार्यक्रम के दौरान बैंकों द्वारा कुल 1.32 लाख करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया, जो कई छोटे राज्यों के वार्षिक बजट से भी अधिक है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत प्रदेश भर के 12,000 कारीगरों को टूलकिट भी दिए गए।
इस कार्यक्रम में 25 कंपनियों और संगठनों के साथ महत्वपूर्ण समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। इन एमओयू का उद्देश्य परंपरागत कारीगरों को नई तकनीक में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे अपने कौशल को आधुनिक मांगों के अनुरूप ढाल सकें।
आज उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन बनकर विकास की अग्रिम पंक्ति में खड़ा है: #UPCM श्री @myogiadityanath जी#MissionRojgarUP pic.twitter.com/rTkBkEHMv1
— Government of UP (@UPGovt) September 17, 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि 2017 में जहाँ बैंक में 100 रुपये जमा करने पर सिर्फ 44 रुपये का ऋण मिलता था, वहीं अब यह अनुपात बढ़कर 62 प्रतिशत हो गया है। यह राज्य की बेहतर आर्थिक स्थिति और बैंकों के बढ़ते सहयोग को दर्शाता है।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विस्तार के साथ, उत्तर प्रदेश के कारीगरों और युवाओं को एक नया मंच मिला है, जो उन्हें आत्मनिर्भरता और समृद्धि की राह पर ले जाएगा, और राज्य के विकास का 'ग्रोथ इंजन' बनाएगा।
लखनऊ ब्यूरो
