आगे बढ़ता यूपी: उत्तर प्रदेश ने खनन क्षेत्र में रचा इतिहास, भारत सरकार की SMRI रैंकिंग में दूसरा स्थान

यह रैंकिंग खान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भारतीय खनि विद्यापीठ धनबाद के सहयोग से तैयार की गई है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश ने खनन क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराते हुए, भारत सरकार के स्टेट माइनिंग रेडीनेस इंडेक्स (SMRI) में अपनी श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया है। 40.3 अंकों के साथ राज्य ने खनन गतिविधियों में पारदर्शिता और पर्यावरण संतुलन के मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों का यह परिणाम है, जिसने खनन क्षेत्र में तेजी लाई है। इस उपलब्धि से न केवल राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। सरकार इस महत्वपूर्ण क्षेत्र को और बढ़ावा देने तथा देश में अग्रणी स्थान बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

SMRI रैंकिंग में UP का दम-आर्थिक विकास को मिलेगी नई रफ्तार
उत्तर प्रदेश ने स्टेट माइनिंग रेडीनेस इंडेक्स (SMRI) में 40.3 अंक प्राप्त करके 'बी' श्रेणी के राज्यों में गोवा के बाद दूसरा स्थान हासिल किया है। यह रैंकिंग खनन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भारतीय खनि विद्यापीठ धनबाद के सहयोग से तैयार की गई है। इस इंडेक्स का मुख्य उद्देश्य खनिज क्षेत्रों में सुधारों को अपनाने के लिए राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ाना है। उत्तर प्रदेश की यह उपलब्धि दर्शाती है कि राज्य सरकार ने खनन प्रक्रिया में समयबद्धता, पारदर्शिता और पर्यावरणीय मानकों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। खनन गतिविधियों में तेजी से राज्य के राजस्व में वृद्धि होगी और यह आर्थिक विकास को नई दिशा देगी। सरकार की यह सफलता 'ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस' को बढ़ावा देने और निवेश आकर्षित करने की उसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
'बी' श्रेणी के राज्यों में कड़ा मुकाबला और अन्य श्रेणियों का प्रदर्शन
खनन क्षेत्रफल के आधार पर राज्यों को 'ए', 'बी' और 'सी' श्रेणियों में बांटा गया है। 'बी' श्रेणी में उत्तर प्रदेश सहित कुल आठ राज्य शामिल हैं, जिनमें गोवा 56.2 अंक के साथ पहले स्थान पर रहा है। उत्तर प्रदेश के बाद, 30.8 अंकों के साथ असम तीसरे स्थान पर, केरल 24.4 अंकों के साथ चौथे और बिहार 18.2 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर रहा है। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और मेघालय छठवें, सातवें और आठवें स्थान पर रहे हैं। यह रैंकिंग राज्यों के बीच खनिज क्षेत्र में नवाचार और सुधारों को अपनाने की होड़ को उजागर करती है। वहीं, 'ए' श्रेणी के राज्यों में मध्य प्रदेश और 'सी' श्रेणी के राज्यों में पंजाब ने अपनी-अपनी श्रेणियों में पहला स्थान प्राप्त किया है।
SMRI का महत्व और UP की आगे की रणनीति
स्टेट माइनिंग रेडीनेस इंडेक्स (SMRI) केवल एक रैंकिंग नहीं है, बल्कि यह राज्यों के खनिज क्षेत्र में प्रशासनिक दक्षता और नीतिगत सुधारों का एक पैमाना है। इसमें खनन गतिविधियों में समयबद्धता, प्रक्रिया में पारदर्शिता और पर्यावरणीय संतुलन सुनिश्चित करने जैसे महत्वपूर्ण मानकों पर अंक दिए जाते हैं। उत्तर प्रदेश का दूसरा स्थान राज्य के खनिज विकास विभाग के प्रयासों की सफलता को प्रमाणित करता है। ।
