UP Good News: दिवाली से पहले 400 करोड़ रुपये से गड्ढा मुक्त होंगी यूपी की 50 हजार किमी सड़कें

Yogi Adityanath
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग (PWD) ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है, जिसके तहत दिवाली से पहले राज्य की 50 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाएगा। इस मरम्मत कार्य के लिए 400 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। विभाग ने इस काम को 'युद्धस्तर' पर शुरू कर दिया है ताकि त्योहारों के दौरान लोगों की आवाजाही सुरक्षित और सुगम हो सके।
इस साल उत्तर प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश हुई, जिसका असर सड़कों की स्थिति पर भी पड़ा। लोक निर्माण विभाग के पास राज्य में कुल 2.70 लाख किलोमीटर लंबी 1.22 लाख सड़कें हैं, और विभिन्न मंडलों से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, इनमें से लगभग 50 हजार किलोमीटर सड़कों में गड्ढे हैं। इन गड्ढों को भरने के लिए 'पैच रिपेयर' का काम शुरू किया गया है।
त्योहारी सीजन पर विशेष ध्यान
PWD ने अपनी रणनीति को दो चरणों में बांटा है। पहले चरण में, विभाग का ध्यान उन सड़कों पर है जो आगामी दुर्गा पूजा के लिए महत्वपूर्ण हैं। जिन मार्गों पर दुर्गा पूजा के पंडाल लगाए जाने हैं, उन्हें 22 सितंबर से पहले दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। यह सुनिश्चित करेगा कि पूजा के दौरान भक्तों और आयोजकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इसके बाद, दूसरे चरण में, शेष सभी प्रमुख और ग्रामीण मार्गों को ठीक करने का काम तेजी से किया जाएगा। विभाग ने 20 अक्टूबर से पहले इन सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य रखा है। यह समय सीमा दिवाली से पहले की है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि लोग बिना किसी परेशानी के अपने घरों तक पहुंच सकें और त्योहारों का आनंद ले सकें।
सड़कों की मरम्मत के लिए आवंटित 400 करोड़ रुपये का बजट पिछले साल के खर्च से अधिक है। पिछले साल, PWD ने इसी तरह के 'पैच रिपेयर' के काम पर 340 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इस बढ़ोतरी से यह स्पष्ट होता है कि सरकार इस बार सड़कों की गुणवत्ता सुधारने को लेकर अधिक गंभीर है और व्यापक स्तर पर काम कराना चाहती है। यह न केवल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि राज्य के भीतर व्यापार और वाणिज्य को भी गति देगा।
सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार लगातार राज्य के बुनियादी ढांचे को सुधारने पर जोर दे रही है। सड़कों की मरम्मत का यह अभियान उसी दिशा में एक कदम है। खराब सड़कों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने और लोगों को एक बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए यह पहल महत्वपूर्ण है। इस अभियान के सफल होने पर, न केवल राज्य के नागरिक लाभान्वित होंगे, बल्कि पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी लगातार काम की निगरानी कर रहे हैं ताकि गुणवत्ता और समय-सीमा दोनों का पालन हो सके।
सोर्स: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो
