एक लाख के इनामी शैतान का 'जहन्नुम' मे ट्रांसफर: योगी सरकार का स्पष्ट संदेश-अपराध करोगे तो यही होगा अंजाम!

शैतान पर सात जिलों में 19 मुकदमे दर्ज थे और वह 2012 में पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति लगातार बड़े परिणाम दे रही है। इसी क्रम में, बरेली पुलिस को ने एक लाख रुपये के इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तेखार उर्फ सोल्जर को तड़के हुई एक मुठभेड़ में मार गिराया गया। यह दुर्दांत अपराधी पिछले आठ साल से कानून के शिकंजे से दूर था और सात जिलों में 19 से अधिक संगीन मामलों में पुलिस को वांछित था। पुलिस की यह कार्रवाई राज्य में अपराध के खिलाफ एक सख्त संदेश देती है।
दुर्दांत अपराधी का खौफनाक अतीत
मुठभेड़ में मारे गए शैतान उर्फ इफ्तेखार का एक लंबा और खौफनाक आपराधिक इतिहास रहा है। उस पर डकैती, लूट, और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के मुकदमे दर्ज थे। उसका नाम मुख्य रूप से बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में डकैती के मामले में वांछित था। सबसे गंभीर मामलों में से एक 2006 में फरीदपुर के पचौमी मंदिर के पुजारी की निर्मम हत्या और डकैती में उसकी संलिप्तता थी।
शैतान उर्फ इफ्तेखार ने पुलिस को सबसे बड़ी चुनौती तब दी थी जब वह साल 2012 में बाराबंकी में पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। फरारी के बाद, वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना और पहचान बदल रहा था। पुलिस को गुमराह करने के लिए वह दर्जनों नाम और पते का इस्तेमाल कर रहा था। उस पर पहले 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जिसे उसकी लगातार फरारी और बढ़ते अपराधों के कारण बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया था। पिछले आठ साल से यह अपराधी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
नैनीताल रोड पर हुआ निर्णायक 'ऑपरेशन क्लीन'
पुलिस को शैतान उर्फ इफ्तेखार के बरेली में होने की खुफिया जानकारी मिली थी। गुरुवार तड़के, बरेली की एसओजी और तीन थानों (बिथरी चैनपुर, फरीदपुर, और इज्जतनगर) की संयुक्त टीम ने नैनीताल रोड पर बिलवा पुल के पास घेराबंदी की।
पुलिस को देखते ही डकैत शैतान और उसके एक साथी ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की। दोनों तरफ से हुई इस जबरदस्त गोलीबारी में, इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तेखार मौके पर ही ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में एसओजी के जांबाज सिपाही राहुल को भी गोली लगी है, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हालांकि, शैतान का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल की तरफ फरार होने में सफल रहा। पुलिस ने मौके से अपराधी के पास से एक पिस्टल 32 बोर, दो मैगजीन, 17 जिंदा कारतूस, 28 हजार रुपये नकद और बिना नंबर प्लेट की एक मोटरसाइकिल बरामद की है।
