बिहार की तर्ज पर यूपी में SIR: पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची से फर्जी नाम हटाने की तैयारी, पहली बार AI की मदद लेगा चुनाव आयोग

UP Panchayat Chunav 2026: यूपी में भी SIR
UP Panchayat election 2026 SIR: उत्तर प्रदेश में 2026 में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बार मतदाता सूची की शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने आशंका जताई है कि सूचियों में फर्जी और दोहरे नाम बड़ी संख्या में दर्ज हो सकते हैं। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
AI की मदद लेगा आयोग
इस बार आयोग ने पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सहारा लेने का निर्णय लिया है। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाता सूची का भौतिक सत्यापन करेंगे, वहीं AI सिस्टम डेटाबेस में मौजूद गड़बड़ियों को पकड़ने में मदद करेगा।
कैसे काम करेगा AI?
AI तकनीक मतदाता सूची में मौजूद एक जैसे नाम, पते या जन्मतिथि वाले संदिग्ध एंट्री को तुरंत पहचान लेगी। इसके बाद उन नामों की प्राथमिकता सूची बनाई जाएगी, जिससे बीएलओ को संदिग्ध मामलों की जांच करने में आसानी होगी। इस तरह केवल असली और पात्र मतदाताओं के नाम ही फाइनल लिस्ट में शामिल किए जाएंगे।
क्यों जरूरी है यह कदम?
आयोग का कहना है कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की नींव होते हैं। अगर मतदाता सूची ही शुद्ध नहीं होगी तो चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल उठेंगे। इस प्रक्रिया से न सिर्फ चुनाव की विश्वसनीयता बढ़ेगी बल्कि असली मतदाताओं के अधिकार भी सुरक्षित रहेंगे।
अंतिम सत्यापन कब होगा?
चुनाव आयोग ने बताया कि अंतिम सत्यापन की प्रक्रिया 23 से 29 सितंबर 2025 के बीच होगी। इसके बाद ही पंचायत चुनाव 2026 के लिए अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
बिहार में लाखों नाम हटाए गए
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections 2025) से पहले की गई Special Intensive Revision (SIR) के दौरान मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर सफाई की गई। इसमें लगभग 65.6 लाख नामों को हटाया गया। अब, कहा जा रहा है कि यूपी में भी बिहार की तर्ज पर फर्जी वोटरों के नाम हटाए जाएंगे।
