UP Vidhan Mandal Session: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से, योगी सरकार पेश कर सकती है अनुपूरक बजट

विपक्ष इस दौरान एसआईआर के मुद्दे पर सदन में जोरदार हमला बोलने की तैयारी में है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आगामी 19 दिसंबर से शुरू होने की संभावना है। यह सत्र छोटा मगर काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है, क्योंकि योगी सरकार इस दौरान वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश करने की तैयारी में है।
इस अनुपूरक बजट का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विकास योजनाओं को गति देना और आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित करना है। सत्र में विपक्षी दल विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति के साथ पूरी तरह से तैयार हैं।
अनुपूरक बजट में ग्रामीण विकास पर रहेगा खास ध्यान
उत्तर प्रदेश सरकार की योजना है कि इस शीतकालीन सत्र में करीब 20,000 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया जाए। विभिन्न विभागों ने अपनी विकास योजनाओं के लिए अतिरिक्त बजट के प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजने शुरू कर दिए हैं।
इस बजट में पंचायत चुनावों की पृष्ठभूमि को देखते हुए गांवों से जुड़ी योजनाओं, जैसे ग्रामीण विकास, स्वच्छ पेयजल, आवास, और सड़क निर्माण को प्राथमिकता दी जा सकती है।
इसके अलावा, अटल भूजल योजना और जल जीवन मिशन जैसी केंद्रीय योजनाओं के लिए भी राज्य स्तर से धन उपलब्ध कराने की तैयारी है, जो केंद्रीय बजट न मिलने के कारण धीमी पड़ गई थीं। सरकार पंचायत स्तर पर रोजगार, महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने और डिजिटल पंचायत जैसी योजनाओं को भी इसमें शामिल कर सकती है।
सदन में विधेयक और अध्यादेशों पर होगी चर्चा
शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार कुछ महत्वपूर्ण विधायी कार्य भी पूरे करेगी। पिछले कुछ महीनों में जारी किए गए कई महत्वपूर्ण अध्यादेशों को विधेयक के रूप में सदन के पटल पर रखा जाएगा ताकि उन्हें कानून का रूप दिया जा सके। इसके साथ ही, प्रदेश सरकार अपने दूसरे कार्यकाल की विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों और उपलब्धियों को भी सदन में प्रस्तुत करेगी।
परंपरा के अनुसार, सत्र का पहला दिन दिवंगत जनप्रतिनिधियों को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक प्रस्ताव के साथ शुरू होगा, जिसमें घोसी विधानसभा सीट के सपा विधायक सुधाकर सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त किए जाने की संभावना है।
विपक्ष एसआईआर समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगा
यह शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है, क्योंकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। विपक्ष इस दौरान एसआईआर के मुद्दे पर सदन में जोरदार हमला बोलने की तैयारी में है।
एसआईआर के अलावा, विपक्षी दल प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की समस्याओं और महिलाओं की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाकर सत्ता पक्ष को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करेंगे।
