उत्तर प्रदेश: पीएम मित्र पार्क' में 5000 करोड़ का निवेश, टेक्सटाइल हब बनने की ओर गेमचेंजर कदम!

पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश लिमिटेड' नाम से एक विशेष प्रयोजन वाहन का गठन किया गया है।
हरदोई : उत्तर प्रदेश के लखनऊ और हरदोई जिले में विकसित किए जा रहे 'पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल और परिधान पार्क' में निवेश को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। राज्य सरकार को अब तक निवेशकों से 5,120 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत, हैंडलूम और टेक्सटाइल विभाग ने 95 औद्योगिक इकाइयों के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिन्होंने कुल 567 एकड़ भूमि की मांग की है।
यह पार्क कुल 1,000 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य राज्य को देश के टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करना है। इस परियोजना से 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के कुल निवेश और एक लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है
5120 करोड़ के प्रस्तावों से यूपी बनेगा टेक्सटाइल का नया केंद्र
लखनऊ और हरदोई की सीमा पर 1,000 एकड़ m में बन रहा पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखता है। हाल ही में मुख्य सचिव एस.पी. गोयल की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई कि इस पार्क में निवेशकों की गहरी रुचि है, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 5,120 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
हैंडलूम और टेक्सटाइल विभाग ने 95 औद्योगिक इकाइयों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिन्होंने अपनी इकाइयाँ स्थापित करने के लिए कुल 567 एकड़ भूमि की मांग की है। यह पार्क न केवल बड़े निवेश को आकर्षित कर रहा है, बल्कि आदित्य बिरला ग्रुप, जीईएसएल स्पिनर्स, अजूल डेनिमकार्ट और टीटी लिमिटेड जैसी देश-विदेश की कई प्रमुख कंपनियों की उपस्थिति से राज्य को वैश्विक टेक्सटाइल मानचित्र पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। आदित्य बिरला ग्रुप ने 30 एकड़ भूमि में स्पिनिंग और वीविंग यूनिट स्थापित करने की इच्छा जताई है, जबकि जीईएसएल स्पिनर्स 20 एकड़ में टेक्निकल टेक्सटाइल यार्न यूनिट लगाने की योजना बना रहा है।
रोजगार और अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर
इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत लगभग 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके माध्यम से राज्य में एक लाख से अधिक युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के नए अवसर सृजित होने की संभावना है। टेक्सटाइल सेक्टर में प्रति एक करोड़ रुपये के निवेश पर औसतन 70 लोगों को रोजगार मिलता है, जो इसे अत्यधिक रोजगार-उन्मुख क्षेत्र बनाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश को देश का सबसे बड़ा टेक्सटाइल हब बनाया जाए, और यह पार्क उसी दिशा में एक केंद्रीय परियोजना है। इस पार्क में 'फाइव एफ' (Farm to Fibre to Factory to Fashion to Foreign) के विजन पर काम किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि कच्चे माल से लेकर अंतिम उत्पाद के निर्यात तक की पूरी वैल्यू चेन एक ही स्थान पर उपलब्ध होगी। इससे लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी और उत्पादन की दक्षता बढ़ेगी।
परियोजना का क्रियान्वयन और भविष्य का लक्ष्य
परियोजना के संचालन एवं प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए 'पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश लिमिटेड' नाम से एक विशेष प्रयोजन वाहन का गठन किया गया है। इस एसपीवी में उत्तर प्रदेश सरकार की 51 प्रतिशत और भारत सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। यह साझेदारी सुनिश्चित करती है कि परियोजना का क्रियान्वयन पारदर्शी, समयबद्ध और कुशल ढंग से हो।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे परियोजना के विभिन्न चरणों को तेजी से आगे बढ़ाएं और निवेशकों के लिए एक सुगम और सिंगल विंडो वातावरण तैयार करें, ताकि औद्योगिक इकाइयां जल्द से जल्द स्थापित हो सकें। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि इस पार्क में स्थापित होने वाली इकाइयों में वर्ष 2026 तक उत्पादन शुरू हो जाए, जिससे उत्तर प्रदेश देश के टेक्सटाइल उद्योग का एक प्रमुख निर्यातोन्मुखी केंद्र बन सकेगा। कनेक्टिविटी और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के कारण यह पार्क निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य साबित हो रहा है।
