यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो: निवेश और रोजगार का बनेगा द्वार! वैश्विक मंच पर कला, संस्कृति और ODOP का प्रदर्शन

नोएडा में होगा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन।
UP International Trade Show: उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत संजोने और तेजी से होते विकास के लिए के लिए पिछले 8 सालों से चर्चा में है, एक बार फिर यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण की मेजबानी करने के लिए तैयार है।
यह आयोजन 25 से 29 सितंबर, 2025 तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्घाटन करेंगे, जिससे इसकी महत्ता और बढ़ जाती है। बीते सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की है।
आयोजन का उद्देश्य और प्रमुख आकर्षण
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) और स्टार्टअप्स को एक वैश्विक मंच प्रदान करेगा, और उद्यामियों को अपने उत्पादों और सेवाओं को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का अवसर देगा। इस शो में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें एक जिला-एक उत्पाद (ODOP) के तहत आने वाले हस्तशिल्प और उत्पाद विशेष रूप से शामिल हैं।
एमएसएमई और स्टार्टअप्स
इन क्षेत्रों के उद्यमियों को विदेशी खरीदारों और निवेशकों से सीधे जुड़ने का मौका मिलेगा। इस ट्रेड शो में उत्तर प्रदेश की अनूठी कला, संगीत और नृत्य रूपों को प्रदर्शित करने के लिए विशेष मंडप होंगे। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक और स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे।
रूस है पार्टनर कंट्री
इस वर्ष के आयोजन की एक और खास बात यह है कि रूस को पार्टनर कंट्री बनाया गया है। यह फैसला दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगा। रूस की भागीदारी से न केवल रूसी निवेशकों और खरीदारों का ध्यान आकर्षित होगा, बल्कि यह दोनों देशों के बीच संभावित संयुक्त उद्यमों और तकनीकी सहयोग के लिए भी दरवाजे खोलेगा। यह भारत और रूस की 'विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' को और गति देगा।
ब्रांडिंग और प्रचार पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को उत्तर प्रदेश की ब्रांडिंग को बेहतर बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। उनका मानना है कि यह शो प्रदेश की सकारात्मक छवि को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का एक सुनहरा मौका है। इसके लिए, विभिन्न मीडिया माध्यमों और डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करके व्यापक प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य सिर्फ व्यापार जगत को ही नहीं, बल्कि आम जनता को भी इस शो से जोड़ना है।
व्यापार और निर्यात को बढ़ावा
उत्तर प्रदेश योगी सरकार का अनुमान है की इससे प्रदेश के निर्यात को नई गति मिलेगी। यह आयोजन एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहाँ निर्यातक सीधे अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों से मिल सकते हैं और व्यापार सौदों पर बातचीत कर सकते हैं। यह आयोजन केवल बड़े व्यवसायों के लिए ही नहीं, बल्कि छोटे कारीगरों और उद्यमियों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में ले जाना चाहते हैं। यह निर्यात को बढ़ावा देने और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद) का प्रदर्शन
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना को भी प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। क्योंकि अब ये उत्तर प्रदेश औद्योगिक पहचान का प्रतीक बन चुका है। ट्रेड शो में हर जिले के विशिष्ट उत्पादों जैसे बनारसी रेशम, भदोही के कालीन, लखनऊ की चिकनकारी और मुरादाबाद के पीतल के बर्तनों को वैश्विक मंच मिलेगा। इससे न केवल इन उत्पादों की मांग बढ़ेगी, बल्कि सीधे कारीगरों और छोटे उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से जुड़ने का मौका भी मिलेगा। यह कदम उत्तर प्रदेश के स्थानीय शिल्पों और कला को वैश्विक बाजार तक पहुँचाने और निर्यात को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
सोर्स: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो
