यूपी फायर सर्विस: योगी सरकार बनाएगी केमिकल-बायोलॉजिकल दुर्घटनाओं से निपटने वाली स्पेशलाइज्ड यूनिट!

योगी सरकार बनाएगी केमिकल-बायोलॉजिकल दुर्घटनाओं से निपटने वाली स्पेशलाइज्ड यूनिट!
X

प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटी फायर चौकी और फायर टेंडर तैनात किया जाए।

विभाग को सशक्त बनाने के लिए 98 राजपत्रित और 922 अराजपत्रित, कुल 1020 नए पदों के सृजन का रास्ता भी साफ हो गया है। एक 'स्पेशलाइज्ड यूनिट' का भी गठन किया जाएगा।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बढ़ती आबादी, शहरीकरण और औद्योगिक विस्तार को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अग्निशमन विभाग के व्यापक पुनर्गठन और आधुनिकीकरण के निर्देश दिए हैं। अब फायर सर्विस को केवल आग बुझाने तक सीमित न रखकर, इसे आपदा प्रबंधन और आपात सेवाओं के एक मल्टी-रिस्पॉन्स यूनिट के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए विशेष रूप से केमिकल, बायोलॉजिकल दुर्घटनाओं और सुपर हाईराइज बिल्डिंग हादसों से निपटने के लिए एक स्पेशलाइज्ड यूनिट का गठन किया जाएगा। विभाग को सशक्त बनाने के लिए 98 राजपत्रित और 922 अराजपत्रित, कुल 1020 नए पदों के सृजन का रास्ता भी साफ हो गया है। इसके अलावा, एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर पर एक छोटी फायर चौकी स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।

अत्याधुनिक उपकरणों के साथ तैयार होगी स्पेशलाइज्ड यूनिट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फायर सर्विस को आधुनिक और सशक्त बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब विभाग को केवल सामान्य आग से नहीं, बल्कि विशेष प्रकार की दुर्घटनाओं से निपटने के लिए तैयार किया जाएगा। इसके तहत, केमिकल और बायोलॉजिकल आपदाओं के साथ-साथ सुपर हाईराइज बिल्डिंगों में होने वाले जटिल हादसों के लिए एक 'स्पेशलाइज्ड यूनिट' का गठन किया जाएगा। इस यूनिट को अत्याधुनिक उपकरण प्रदान किए जाएंगे, जिससे यह हर परिस्थिति में त्वरित और कुशल प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो सके। सीएम ने कहा कि फायर सर्विस को अब आपदा प्रबंधन, रेस्क्यू ऑपरेशन और आपात सेवाओं के समेकित स्वरूप में विकसित किया जाएगा।

1020 नए पदों के सृजन और विस्तार को मिली मंजूरी

फायर सर्विस की संरचना को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर कैडर रिव्यू की पर जोर दिया गया है। इस पुनर्गठन के तहत, फायर सर्विस में राजपत्रित संवर्ग के 98 और अराजपत्रित संवर्ग के 922, कुल 1020 नए पदों के सृजन का रास्ता साफ हो गया है। इससे विभाग में कर्मचारियों की कमी दूर होगी और कार्यक्षमता बढ़ेगी। इसके अलावा, हर जिले में एक अकाउंट कैडर स्थापित किया जाएगा और प्रशिक्षण संस्थानों में भी नए पदों का सृजन होगा। यह विस्तार प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या और औद्योगिक गतिविधियों के अनुरूप फायर सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।

एक्सप्रेस-वे पर हर 100 KM पर बनेगी फायर चौकी

दुर्घटना की स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण निर्देश दिया है कि प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटी फायर चौकी और फायर टेंडर तैनात किया जाए। इसका उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में 'गोल्डन ऑवर' के भीतर सहायता पहुंचाना है, जिससे जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story