Police Martyrs Day: यूपी पुलिस की 'सेवा और समर्पण' समाज के लिए एक आदर्श- सीएम योगी

यूपी पुलिस की सेवा और समर्पण समाज के लिए एक आदर्श- सीएम योगी
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सीएम ने कहा कि पुलिस बल की सेवा, समर्पण और कर्तव्यपरायणता समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण है।

सीएम योगी ने पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए विभिन्न जिलों और इकाइयों को कुल ₹11.5 करोड़ रुपये (सुविधा के लिए ₹3.5 करोड़ और कल्याण के लिए ₹8 करोड़) आवंटित करने की घोषणा भी की।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कर्तव्य के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले अमर शहीद पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस बल की सेवा, समर्पण और कर्तव्यपरायणता समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सामाजिक सद्भाव स्थापित करने में राज्य पुलिस द्वारा निभाई गई सराहनीय भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस ने अपने अद्वितीय पराक्रम से उत्तर प्रदेश को 'भयमुक्त समाज' की ओर अग्रसर किया है, जिससे राज्य की पहचान देश में सर्वश्रेष्ठ कानून-व्यवस्था वाले राज्य के रूप में स्थापित हुई है।

सेवा और समर्पण- समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर पुलिस बल के बलिदान को याद करते हुए उनके योगदान को 'आदर्श उदाहरण' बताया। उन्होंने कहा कि 24 घंटे की कठिन ड्यूटी, परिवार से दूरी और हर पल खतरे का सामना करते हुए भी पुलिसकर्मी समाज की सेवा को सर्वोपरि मानते हैं। सीएम ने कहा कि यूपी पुलिस ने संगठित अपराध और माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को प्रभावी ढंग से लागू किया है। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश में न केवल अपराधों में कमी आई है, बल्कि आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना भी मजबूत हुई है। उन्होंने त्योहारों और विशेष आयोजनों के दौरान पुलिस द्वारा दिखाई गई तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की, जिससे प्रदेश में सामाजिक सद्भाव और शांति कायम रही है। मुख्यमंत्री ने पुलिस बल को समाज का वह मजबूत स्तंभ बताया, जो विषम परिस्थितियों में भी अपने मूल्यों से नहीं डिगता।

महाकुंभ-2025 की सफल तैयारी और कल्याणकारी घोषणाएं

मुख्यमंत्री ने आगामी प्रयागराज महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन का विशेष रूप से उल्लेख किया और कहा कि इसके लिए यूपी पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा बलों और प्रशासन ने जिस अभूतपूर्व समर्पण और अनुशासन का परिचय दिया है, वह सुरक्षा एवं व्यवस्था के उत्कृष्ट मानक स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है और इसकी सफल सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में पुलिस की भूमिका निर्णायक होगी। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए कई घोषणाएं भी कीं। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की सुविधा के लिए विभिन्न जिलों और इकाइयों को ₹3.5 करोड़ रुपये आवंटित किए। इसके अलावा, पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए ₹8 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इन कल्याणकारी योजनाओं के तहत बेहतर आवास, चिकित्सा सुविधाएं, और बच्चों की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि पुलिसकर्मी तनावमुक्त होकर अपनी ड्यूटी कर सकें।

पुलिस स्मृति दिवस का इतिहास और अमर शहीदों को नमन

उत्तर प्रदेश पुलिस स्मृति दिवस प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को उन वीर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1959 में हुई थी, जब लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 10 जवानों ने चीनी सेना के हमले का बहादुरी से मुकाबला करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिजर्व पुलिस लाइन्स में 'शहीदी स्मारक' पर पुष्पचक्र अर्पित कर अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि पुलिसकर्मियों का यह बलिदान हमें राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए सदैव प्रेरित करता रहेगा।


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