संगठन चुनाव का फाइनल राउंड: 2027 के लिए UP बीजेपी की कमान किसे? 14 को होगा फैसला

2027 के लिए UP बीजेपी की कमान किसे? 14 को होगा फैसला
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इस घोषणा के साथ ही बीजेपी संगठन को अगले तीन वर्षों के लिए अपना नया मुखिया मिल जाएगा।

यूपी बीजेपी में नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 12 दिसंबर को सदस्य सूची प्रकाशित हुई। नामांकन 13 दिसंबर को होगा, जिसके बाद पत्रों की जांच और वापसी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में लंबे समय से चल रहा नेतृत्व परिवर्तन का इंतजार अब खत्म होने को है। संगठन चुनाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुच चुकी है, और सभी की निगाहें रविवार, 14 दिसंबर 2025 पर टिकी हैं, जब पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा।

वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से नए मुखिया को लेकर चल रही अटकलें अब निर्णायक मोड़ पर हैं, क्योंकि यह नया अध्यक्ष 2027 के विधानसभा चुनावों और आगामी पंचायत चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति की कमान संभालेगा।

नामांकन और चुनाव की पूरी समय-सारणी

प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव के लिए बीजेपी ने आधिकारिक कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसके तहत, 12 दिसंबर 2025 को दोपहर 12 बजे प्रदेश परिषद सदस्य सूची का प्रकाशन किया गया और चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हुई।

इसके बाद, 13 दिसंबर 2025 को नामांकन की प्रक्रिया होगी, जिसके लिए दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक का समय निर्धारित है। इसी दिन दोपहर 3 बजे से 4 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जिसके बाद शाम 4 बजे से 5 बजे तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।

केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के लखनऊ में उपस्थित रहने की संभावना है।

नए अध्यक्ष की घोषणा 14 दिसंबर को

चुनाव प्रक्रिया का समापन 14 दिसंबर 2025 को होगा। इस दिन दोपहर 1 बजे उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के नाम की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। यदि अध्यक्ष पद के लिए एक से अधिक उम्मीदवार नामांकन दाखिल करते हैं, तो मतदान प्रक्रिया भी अपनाई जा सकती है, हालांकि बीजेपी में अक्सर शीर्ष पदों के लिए आम सहमति से ही चुनाव होता आया है।

इस घोषणा के साथ ही बीजेपी संगठन को अगले तीन वर्षों के लिए अपना नया मुखिया मिल जाएगा।

सभी सांसद-विधायकों को लखनऊ में रहने का आदेश

उत्तर प्रदेश बीजेपी नेतृत्व ने अध्यक्ष चुनाव के महत्व को देखते हुए एक सख्त आदेश जारी किया है। पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों को अनिवार्य रूप से 14 दिसंबर को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। यह निर्देश इस बात का संकेत है कि पार्टी इस चुनावी प्रक्रिया को पूरी गंभीरता और एकजुटता के साथ पूरा करना चाहती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक के भी नामांकन के दौरान प्रस्तावक के रूप में मौजूद रहने की संभावना है, जो नए अध्यक्ष के चुनाव में शीर्ष नेतृत्व की सामूहिक सहमति को दर्शाता है।

रेस में प्रमुख चेहरे और जातीय समीकरण

करीब 14 महीने तक चली संगठन चुनाव की प्रक्रिया के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगने वाली है। संगठन चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने चुनाव की जानकारी दी है।

नए अध्यक्ष के चुनाव में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने पर विशेष जोर रहेगा, खासकर 2027 विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव को देखते हुए। अध्यक्ष पद की दौड़ में कई प्रमुख नाम चर्चा में हैं।

ओबीसी वर्ग से केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा और पंकज चौधरी, तथा कैबिनेट मंत्री धर्मपाल लोधी का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। वहीं, ब्राह्मण चेहरे के तौर पर पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी और यूपी बीजेपी महामंत्री गोविंद शुक्ला भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं।

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