मिथकों को तोड़ता अभियान: RMLIMS लखनऊ ने 'Paint October Pink' में सर्वाइवर्स को किया सम्मानित

कैंसर को सफलतापूर्वक मात दे चुकी Breast Cancer Survivors का सम्मान किया गया।
लखनऊ: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr. RMLIMS), लखनऊ के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से शनिवार, 18 अक्टूबर 2025 को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम एवं कार्यशाला “Paint October Pink” का आयोजन किया गया। संस्थान के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सा विशेषज्ञों, विद्यार्थियों और कैंसर को मात दे चुकी महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य फोकस शीघ्र पहचान, आत्म-परीक्षण की विधि सिखाने और इस जानलेवा रोग से जुड़े सामाजिक मिथकों को दूर करने पर रहा।
संस्थान के निदेशक प्रो. सी. एम. सिंह ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम चिकित्सा संस्थानों की सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक हैं और महिलाओं में आत्म-सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हैं। कार्यशाला में सड़क नाटक, ‘iBreast’ स्क्रीनिंग, सेल्फ-एग्जामिनेशन वर्कशॉप और सर्वाइवर्स का सम्मान जैसे कई प्रेरणादायक कार्यक्रम शामिल थे, जिसका समापन एक स्वस्थ जीवनशैली पर विशेष व्याख्यान के साथ हुआ।
जागरूकता से संभव है स्तन कैंसर की रोकथाम और शीघ्र उपचार
प्रो. एस. के. ने कहा कि समय पर जांच और आत्म-परीक्षण हजारों जीवन बचा सकता है। आयोजन सचिव डॉ. सर्रह इदरीस ने इसे आत्म-परीक्षण की विधि सिखाने और कैंसर से जुड़े अंधविश्वासों को समाज से हटाने की दिशा में एक प्रभावी कदम बताया। संस्थान के डीन प्रो. प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि जागरूकता सबसे प्रभावी दवा है और ऐसे अभियानों का अंतिम लक्ष्य युवा पीढ़ी को उनके स्वास्थ्य के प्रति अधिक जिम्मेदार बनाना है।
प्रो. विक्रम सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी रोग से लड़ने की शुरुआत मन से भय को दूर करने से होती है। उन्होंने उपस्थित लोगों से समाज को यह संदेश देने का आह्वान किया कि स्तन कैंसर का उपचार पूरी तरह से संभव है, बशर्ते उसकी पहचान शुरुआती चरण में हो जाए। संस्थान के निदेशक प्रो. सी. एम. सिंह ने इस पहल को सराहा और कहा कि 'Paint October Pink' जैसे अभियान न केवल RMLIMS की सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हैं, बल्कि ये महिलाओं के आत्म-सशक्तिकरण का भी प्रतीक हैं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि RMLIMS भविष्य में भी ऐसे जन-स्वास्थ्य अभियानों में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। कार्यक्रम में प्रस्तुत सड़क नाटक (Street Play) ने जागरूकता संदेश को एक प्रभावशाली तरीके से लोगों तक पहुँचाया, जिसने सभी उपस्थित लोगों को भावनात्मक रूप से प्रभावित किया।
कार्यशाला में आत्म-परीक्षण का प्रशिक्षण और सर्वाइवर्स का सम्मान
इस कार्यक्रम में कई गतिविधिया आयोजित की गईं जो सीधे तौर पर जागरूकता और मरीजों को सहायता पहुँचाने से जुड़ी थीं। जिसमे ‘iBreast’ स्क्रीनिंग और सिमुलेशन मॉडलों के माध्यम से आयोजित की गई ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जामिनेशन वर्कशॉप रही, जिसने महिलाओं को अपने शरीर की जांच स्वयं करने की सही वैज्ञानिक विधि सिखाई। इसके अतिरिक्त, कैंसर मरीजों हेतु किट वितरण किया गया, जिससे उनकी देखभाल में मदद मिल सके। कैंसर को सफलतापूर्वक मात दे चुकी Breast Cancer Survivors का सम्मान किया गया, जिन्होंने अपनी प्रेरणादायक कहानियों से सभी को मजबूत बनने का संदेश दिया।
कार्यशाला के दौरान, वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ डॉ. पूनम तिवारी ने अपने व्याख्यान "स्वस्थ जीवनशैली द्वारा स्तन कैंसर की रोकथाम" में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि संतुलित आहार लेना, नियमित रूप से व्यायाम करना और धूम्रपान व शराब जैसी बुरी आदतों से दूरी बनाए रखना—ये सभी सरल उपाय स्तन कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम करने में सक्षम हैं।
