रायबरेली को नए साल का तोहफा: रिंग रोड और गंगा एक्सप्रेस-वे से बदलेगी शहर की तस्वीर

नए साल के शुरुआती हफ्तों में इस पर वाहनों का आवागमन शुरू होने की पूरी संभावना है।
रायबरेली : नए साल 2026 की शुरुआत रायबरेली के लिए विकास की एक नई इबारत लिखने जा रही है। जिले को जल्द ही रिंग रोड के दूसरे चरण और गंगा एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने वाली है।
इन दोनों महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के धरातल पर उतरने से न केवल शहरवासियों को दशकों पुराने ट्रैफिक जाम से स्थाई निजात मिलेगी, बल्कि दिल्ली और प्रयागराज जैसे बड़े शहरों तक का सफर भी घंटों के बजाय मिनटों में सिमट जाएगा।
जाम के झंझट का अंत: जल्द शुरू होगा रिंग रोड फेज-2
रायबरेली शहर को चारों तरफ से जोड़ने वाली रिंग रोड का दूसरा चरण अब पूर्णता की ओर है। लगभग 21.8 किलोमीटर लंबे इस फोर-लेन मार्ग के शुरू होने से लखनऊ, कानपुर और सुल्तानपुर की ओर जाने वाले भारी वाहनों को शहर के बीच से नहीं गुजरना पड़ेगा।
प्रशासन का लक्ष्य है कि जनवरी के प्रथम पखवाड़े तक इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाए, जिससे सिविल लाइंस और शहर के मुख्य बाजारों में यातायात सुगम हो सके।
गंगा एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने की तैयारी
मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे अब अंतिम रूप ले चुका है। रायबरेली से गुजरने वाले इस एक्सप्रेस-वे के हिस्से में डामरीकरण का काम लगभग 100% पूरा हो गया है।
नए साल के शुरुआती हफ्तों में इस पर वाहनों का आवागमन शुरू होने की पूरी संभावना है। अत्याधुनिक तकनीक से बनी यह सड़क न केवल दूरी कम करेगी, बल्कि रायबरेली को प्रदेश के एक प्रमुख ट्रांसपोर्ट हब के रूप में भी स्थापित करेगी।
रेल और सड़क संपर्कों का मज़बूत जाल
इन परियोजनाओं के तहत जिले में आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया है। एक्सप्रेस-वे के मार्ग में पड़ने वाली रेलवे लाइनों और नहरों पर विशेष ओवरब्रिज बनाए गए हैं, ताकि यातायात बिना किसी बाधा के चलता रहे।
इसके साथ ही, स्थानीय गांवों के लिए सर्विस रोड और अंडरपास की सुविधा दी गई है, जिससे एक्सप्रेस-वे के किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क शहर से और भी बेहतर हो जाएगा।
आर्थिक समृद्धि और निवेश के नए द्वार
रिंग रोड और एक्सप्रेस-वे के संगम से रायबरेली में रियल एस्टेट और औद्योगिक क्षेत्रों में भारी उछाल आने की उम्मीद है। इन मुख्य मार्गों के आसपास औद्योगिक गलियारे विकसित करने की योजना पर भी काम चल रहा है।
इससे न केवल स्थानीय व्यापारियों को लाभ होगा, बल्कि आगामी वर्षों में बड़ी कंपनियों के आगमन से युवाओं के लिए रोजगार के हजारों नए अवसर भी पैदा होंगे।
