राम मंदिर हुआ संपूर्ण: मोदी ने शिखर पर फहराई धर्मध्वजा, भागवत-योगी मौजूद रहे; पीएम ने कहा- "सदियों की वेदना पर आज विराम लगा"

अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण पूरा हुआ। पीएम मोदी और मोहन भागवत ने राम मंदिर के 161 फीट शिखर पर धर्मध्वजा फहराई और पहली बार राम दरबार में पूजा की। पीएम मोदी रामलला के लिए विशेष वस्त्र और चंवर लेकर पहुंचे। दिव्य समारोह के करोड़ों भक्त साक्षी बने।

अयोध्या से अभिषेक यादव की विशेष कवरेज

अयोध्या ने आज यानि मंगलवार, 25 नवंबर को अपने इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया। शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य शिखर पर भव्य धर्मध्वज फहराया। जैसे ही केसरिया ध्वज आकाश में लहराया, पूरा परिसर “जय श्री राम” के उद्घोष से गूंज उठा। माहौल भक्तिभाव, रोमांच और राममयी ऊर्जा से भर गया।

ध्वजारोहण से पहले वैदिक मंत्रों के बीच विस्तृत पूजा-अर्चना, यज्ञ-हवन और धार्मिक अनुष्ठान किए गए। यज्ञकुंड से उठती सुगंध, शंख-नाद, नगाड़ों की ध्वनि और दीप-सज्जा ने इस ऐतिहासिक क्षण को और भी दिव्य बना दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस ध्वजारोहण को सनातन संस्कृति की निरंतरता, भारतीय आस्था की अटूट शक्ति और सांस्कृतिक स्वाभिमान का संदेश बताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-“यह ध्वज सदियों के सपने का साकार रूप है।”

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज अयोध्या न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व को राममय कर रही है। सदियों पुराने घाव भर रहे हैं और पांच सौ वर्षों से प्रज्वलित यज्ञ की पूर्णाहुति हो रही है। यह धर्मध्वज सूर्यवंश की परंपरा, रामराज्य के आदर्श और संतों की तपस्या का प्रतीक है।

मोहन भागवत बोले- “सपने से भी सुंदर मंदिर खड़ा हुआ है।”

RSS प्रमुख ने भावुक होते हुए कहा कि इस दिन के लिए अनगिनत रामभक्तों ने बलिदान दिया। उन्होंने बताया कि धर्मध्वज पर कोविदार वृक्ष का चिन्ह अंकित है, जो रघुकुल परंपरा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज का दिन संकल्प दोहराने का है-ऐसा भारत बनाना है जो विश्व को शांति का संदेश दे।

योगी आदित्यनाथ ने कहा- “यह नए युग का शुभारंभ है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या आज 140 करोड़ भारतीयों की आस्था का जीवंत प्रतीक बन चुकी है। “मंदिर वहीं बनाएंगे” का संकल्प आज पूर्ण हुआ है। उन्होंने बताया कि अयोध्या अब विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित एक आधुनिक तीर्थ बन चुकी है।

ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हजारों श्रद्धालु

इस समारोह में देश-विदेश से आए संत-महात्मा, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, विशिष्ट अतिथि, किन्नर समुदाय, दलित-वंचित समाज के प्रतिनिधि और करीब 7,000 लोग शामिल हुए। पूरा परिसर दीपों, फूलों और भव्य सजावट से जगमगा उठा।

161 फीट ऊंचे ध्वजदंड पर चढ़ा 21 किलो सोना

धर्मध्वज जिस 161 फीट ऊंचे दंड पर लगाया गया, उस पर 21 किलो शुद्ध सोना चढ़ाया गया है। यह वही स्थान है जहां 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन किया था। भूमि तल से 50 फीट नीचे किए गए पूजन से लेकर 161 फीट ऊंचे शिखर तक नाभि-दंड की कुल ऊंचाई 211 फीट हो गई है।

यहां देखें Video


अयोध्या ध्वजारोहण Live Update

श्री राम जन्मभूमि मंदिर की तस्वीरें










श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य मंदिर पर पवित्र भगवा ध्वजारोहण के कुछ मनोहारी दृश्य...


उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने PM नरेंद्र मोदी और RSS सरसंघचालक मोहन भागवत को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के 'शिखर' पर फहराए गए भगवा ध्वज और मंदिर में राम लला की मूर्ति के छोटे मॉडल भेंट किए।



धर्म ध्वज की ऊंचाई दस फीट और लंबाई बीस फीट है। इस पर एक चमकते सूरज की तस्वीर है जो भगवान श्री राम की चमक और वीरता का प्रतीक है। इस पर 'ॐ' और कोविदार वृक्ष की तस्वीर भी बनी हुई है।


पीएम मोदी ने शिखर पर लहराते धर्मध्वजा को निहारते हुए हाथ जोड़कर नमन किया। पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर आर्किटेक्चरल स्टाइल में बने श्री राम जन्मभूमि मंदिर शिखर पर भगवा ध्वज लहराते ही भक्त खुशी से झूम उठे।










मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर बन रहे भव्य एवं दिव्य राम मंदिर की ताज़ा तस्वीरें श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जारी की हैं। इन चित्रों में मंदिर की अलौकिक छटा, भव्यता और निर्माण कार्य की तेज गति स्पष्ट झलकती है।

ये दृश्य देखकर देश-विदेश के लाखों रामभक्तों के मन में अपार हर्ष और उत्साह की लहर दौड़ गई है।








Live Updates

  • 25 Nov 2025 1:53 PM

    अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या ध्वजारोहण समारोह में अपना भाषण खत्म करने के बाद श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में मौजूद मेहमानों का अभिवादन किया।



  • 25 Nov 2025 1:51 PM

    उत्तर प्रदेश: श्री राम जन्मभूमि मंदिर ‘ध्वजारोहण उत्सव’ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया।


  • 25 Nov 2025 12:53 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: हर कालखंड में राम के विचार ही हमारी प्रेरणा बनेगा

    पीएम मोदी ने कहा- हर कालखंड में राम के विचार ही हमारी प्रेरणा बनेगा। विकसित भारत की यात्रा को गति देने के लिए ऐसा रथ चाहिए, जिसके पहिये शौर्य और धैर्य हों। ऐसा रथ जिसकी ध्वजा नीति, नीयत से समझौता नहीं करे। ऐसा रथ जिसके घोड़े बल, विवेक, संयम और परोपकार हो।

    ऐसा रथ जिसकी लगाम क्षमा, करुणा और संभाव हो, जहां सफलता का अंहकार नहीं, असफलता में भी दूसरों के प्रति सम्मान बना रहे। यह पल कंधे से कंधा मिलाने का है, यह पल गति बढ़ाने का है। हमें वह भारत बनाना है जो रामराज्य से प्रेरित हो, यह तब ही संभव है स्वयं से पहले राष्ट्र हित होगा। जय सियाराम, जय सियाराम, जय सियाराम के उद्घोष के साथ संबोधन समाप्त। 


  • 25 Nov 2025 12:49 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: भारत को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करके रहेंगे

    पीएम मोदी ने कहा, आज से 190 साल पहले 1835 में लार्ड मैकाले ने मानसिक गुलामी की नींव रखी थी। दस साल बाद यानी 2035 में उस अपवित्र घटना को दो सौ साल पूरे हो रहे हैं, हमें आने वाले दस सालों में भारत को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करके रहेंगे। मैकाले जो सोचा था, उसका प्रभाव व्यापक हुआ। हमें आजादी मिली, लेकिन हीन भावना से मुक्ति नहीं मिली। हमें विकार आ गया कि विदेशी चीज अच्छी है, हमारी चीज में खोट है। यही गुलामी की मानसिकता है, हमने विदेशों से लोकतंत्र लिया, हमारा संविधान भी विदेशों से प्रेरित है। जबकि हकीकत है कि भारत लोकतंत्र की जननी है।

    तमिलनाडु के एक गांव में शिलालेख पर बताया है कि कैसे सरकार चुनती थी, कैसे शासन चलता था। लेकिन गुलामी की मानसिकता के कारण भारत की पीढ़ियों को जानकारी से वंचित रखा गया। हर कोने में गुलामी की मानसिकता ने डेरा डाला है।

    नौसेना के ध्वज पर ऐसे प्रतीक बन रहे, जिन पर हमारी विरासत से कोई संबंध नहीं है। हमने गुलामी के प्रतीक को हटाया है। हमने छत्रपति महाराज की विरासत को बढ़ाया है। यह डिजाइन नहीं, मानसिकता बदलने का क्षण था। भारत अपनी शक्ति और प्रतीकों से परिभाषित करेगा, ना कि किसी ओर की विरासत से, यही परिवर्तन आज आज अयोध्या में दिखाई दे रहा है।

  • 25 Nov 2025 12:46 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: पीएम मोदी बोले- भारत को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करके रहेंगे

    पीएम मोदी ने कहा, आज से 190 साल पहले 1835 में लार्ड मैकाले ने मानसिक गुलामी की नींव रखी थी। दस साल बाद यानी 2035 में उस अपवित्र घटना को दो सौ साल पूरे हो रहे हैं, हमें आने वाले दस सालों में भारत को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करके रहेंगे। मैकाले जो सोचा था, उसका प्रभाव व्यापक हुआ। हमें आजादी मिली, लेकिन हीन भावना से मुक्ति नहीं मिली। हमें विकार आ गया कि विदेशी चीज अच्छी है, हमारी चीज में खोट है। यही गुलामी की मानसिकता है, हमने विदेशों से लोकतंत्र लिया, हमारा संविधान भी विदेशों से प्रेरित है। जबकि हकीकत है कि भारत लोकतंत्र की जननी है।

    तमिलनाडु के एक गांव में शिलालेख पर बताया है कि कैसे सरकार चुनती थी, कैसे शासन चलता था। लेकिन गुलामी की मानसिकता के कारण भारत की पीढ़ियों को जानकारी से वंचित रखा गया। हर कोने में गुलामी की मानसिकता ने डेरा डाला है।

    नौसेना के ध्वज पर ऐसे प्रतीक बन रहे, जिन पर हमारी विरासत से कोई संबंध नहीं है। हमने गुलामी के प्रतीक को हटाया है। हमने छत्रपति महाराज की विरासत को बढ़ाया है। यह डिजाइन नहीं, मानसिकता बदलने का क्षण था। भारत अपनी शक्ति और प्रतीकों से परिभाषित करेगा, ना कि किसी ओर की विरासत से, यही परिवर्तन आज आज अयोध्या में दिखाई दे रहा है।

  • 25 Nov 2025 12:40 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: जब हम नहीं रहेंगे, तब भी देश रहेगा: PM

    पीएम मोदी ने कहा, हमारे राम भेद से नहीं भाव से जुड़ते हैं। उनके लिए कुल नहीं भक्ति महत्वपूर्ण है। उन्हें शक्ति नहीं, सहयोग महान लगता है। आज हम भी उसी भावना से आगे बढ़ रहे हैं। पिछले 11 सालों में महिला, दलित, पिछड़े, आदिवासी, वंचित, किसान, युवा को विकास के केंद्र में रखा गया है।

    जब देश का हर व्यक्ति सशक्त होता तो संकल्प की सिद्धि में सबका प्रयास लगेगा। 1947 तक हमें विकसित भारत का निर्माण करना ही होगा। रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर राम से राष्ट्र की चर्चा की थी, हमें एक हजार वर्ष के लिए भारत की नींव मजबूत करनी है। जो सिर्फ वर्तमान सोचते हैं, वह आने वाली पीढ़ियों के साथ अन्याय करते हैं। हमें भावी पीढ़ियों के लिए भी सोचना है, क्योंकि जब हम नहीं थे, तब भी देश था। जब हम नहीं रहेंगे तब भी देश रहेगा।

    हम जीवंत समाज हैं, दूरदृष्टि से काम करना होगा। आने वाले दशक और आने वाली सदियों को ध्यान में रखना होगा। इसके लिए हमें राम से सीखना होगा, उनके व्यवहार को आत्मसात करना होगा। राम यानी आदर्श, राम यानी मर्यादा, राम यानी जीवन का सर्वोच्च चरित्र, राम यानी धर्म पथ पर चलने वाला व्यक्तित्व, राम यानी जनता के सुख को सर्वोपरि रखने वाला।

    राम यानी धर्म और क्षमा का जरिया, राम यानी ज्ञान और विवेक की पराकाष्ठा, राम यानी कोमलता, राम यानी कृतज्ञता का सर्वोच्च उदाहरण, राय यानी श्रेष्ठ संगति का चयन, राम यानी विनम्रता में महाबल, राम यानी सत्य का अडिग संकल्प, राम यानी जागरूक, अनुशासी, निष्कपट, राम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, राम एक मूल्य हैं, एक मर्यादा हैं।

    अगर समाज को सामर्थ्यवान बनाना है तो अंदर के भीतर राम की स्थापना करनी होगी। इसके लिए आज से बेहतर दिन क्या हो सकता है, अपनी विरासत पर गर्व का अद्भुत दिन लेकर आया है आज का दिन।

  • 25 Nov 2025 12:32 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: पीएम बोले- अयोध्या वह भूमि, जहां आदर्श आचरण में बदलते हैं

    अयोध्या वह भूमि है, जहां आदर्श आचरण में बदलते हैं। यह वही भूमि है, जहां राम ने जीवन शुरू किया। इसी धरती ने बताया कि एक व्यक्ति अपने समाज की शक्ति से कैसे मर्यादा पुरुषोत्तम बनता है, जब भगवान यहां से गए तो युवराज राम थे, वह लौटे तो मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर लौटे।

    साथियों, विकसित भारत बनाने के लिए समाज की इसी सामूहिक शक्ति की आवश्यकता है। मुझे खुशी है कि राम मंदिर का दिव्य प्रांगण भारत के चेतना स्थली बन रहा है। यहां माता शबरी का मंदिर है, जो जनजातीय समाज के प्रेम प्रेरणा की मूर्ति हैं, निषाद राज, माता अहिल्या, महर्षि वाल्मीकि, संत तुलसीदास, जटायु, गिलहरी की मूर्तियां भी हैं।

    जो बड़े संकल्पों की सिद्धी के लिए छोटे से छोटे प्रयास को बताती हैं। मैं हर भारत वासी से कहूंगा राम मंदिर आएं तो सप्त मंदिर के दर्शन करें, यह आस्था के साथ मित्रता और सामाजिक मूल्यों और सद्भाव को शक्ति देते हैं।

  • 25 Nov 2025 12:30 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: यह धर्म ध्वजा इस मंदिर के ध्येय का प्रतीक है - मोदी


    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "... आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और बिंदु की साक्षी बन रही है। आज संपूर्ण भारत और विश्व राममय है... हर राम भक्त के हृदय में अपार अलौकिक आनंद है। सदियों के घाव भर रहे हैं। आज सदियों की वेदना विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है..."

    मोदी ने कहा, "इसका भगवा रंग और इस पर रचित सूर्यवंश की ख्याति और अंकित कोविदार वृक्ष राम राज्य की कृति को प्रतिरूपित करता है। ये ध्वज संकल्प, सफलता, सदियों से सपनों के साकार रूप है.."

    मोदी ने कहा, "इसका भगवा रंग और इस पर रचित सूर्यवंश की ख्याति और अंकित कोविदार वृक्ष राम राज्य की कृति को प्रतिरूपित करता है। ये ध्वज संकल्प, सफलता, सदियों से चले आ रहे सपनों का साकार स्वरूप है.."

  • 25 Nov 2025 12:29 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: मोदी बोले- जीत सत्य की होती है, असत्य की नहीं

    पीएम मोदी ने कहा- ध्वज सत्यमेव जयते का आह्वान करेगा। यानी जीत सत्य की होती है, असत्य की नहीं। यह ध्वज प्रतीक बनेगा कि सत्य ही ब्रह्म का स्वरूप है। सत्य में ही धर्म स्थापित है। यह ध्वज प्रेरणा रहेगा कि प्राण जाए पर वचन नहीं जाए, जो कहा जाए वही किया जाए।

    यह संदेश देगा कि कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, विश्व में कर्म और कर्तव्य की प्रधानता हो। यह कामना करेगा कि भेदभाव, परेशानी से मुक्ति, समाज में शांति और सुख हो, यह धर्म हमें प्रेरित करेगा कि ऐसा समाज बनाएं जहां गरीबी, भूख या लाचार नहीं हो।

    जो लोग किसी कारण मंदिर नहीं आ पाते हैं, दूर से मंदिर के ध्वज को प्रणाम कर लेते हैं, उन्हें भी उतना ही पुण्य मिल जाता है। यह ध्वज भी मंदिर के ध्येय का प्रतीक है, यह दूर से ही रामलला की जन्मभूमि का दर्शन कराएगा।

    युगों-युगों तक राम के आदर्शों को मानव मात्र तक पहुंचाएगा। मैं संपूर्ण विश्व के रामभक्तों को इस क्षण की शुभकामना देता हूं, भक्तों को प्रमाण और दानवीर का आभार जिसने सहयोग किया। निर्माण से जुड़े सभी श्रमिक, कारीगर, वास्तुकार का भी अभिनंदन है।

  • 25 Nov 2025 12:28 PM

    अयोध्या ध्वजारोहण Live Update: सदियों के घाव भर रहे हैं - मोदी

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "... आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और बिंदु की साक्षी बन रही है। आज संपूर्ण भारत और विश्व राममय है... हर राम भक्त के हृदय में अपार अलौकिक आनंद है। सदियों के घाव भर रहे हैं। आज सदियों की वेदना विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है..."

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