बड़ी खबर: 'जान को खतरा' बताकर राहुल गांधी का रायबरेली केस लखनऊ भेजने की मांग! पढ़ें पूरी खबर

जान को खतरा बताकर राहुल गांधी का रायबरेली केस लखनऊ भेजने की मांग! पढ़ें पूरी खबर
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यह पूरा प्रकरण राहुल गांधी की नागरिकता को चुनौती देने से जुड़ा हुआ है।

राहुल गांधी के खिलाफ रायबरेली की विशेष अदालत में चल रहे एक मामले को लखनऊ ट्रांसफर करने की याचिका एक BJP कार्यकर्ता, एस. विग्नेश शिशिर, ने दायर की है।

रायबरेली : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जुड़े एक कानूनी मामले को लेकर नया मोड़ आ गया है। इस मामले की सुनवाई रायबरेली की अदालत में चल रही थी, जिसे अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थानांतरित करने की मांग की गई है।

इस मांग के पीछे जो सबसे बड़ी वजह बताई गई है, वह चौंकाने वाली है— याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि उसे रायबरेली में सुनवाई के दौरान जान का खतरा महसूस हुआ और उसे धमकी भी दी गई।

याचिकाकर्ता की सुरक्षा चिंता और ट्रांसफर का आधार

इस याचिका को कथित तौर पर एस. विग्नेश शिशिर नाम के एक व्यक्ति ने दायर किया है, जिसका संबंध भारतीय जनता पार्टी से बताया जा रहा है। याचिकाकर्ता का मुख्य तर्क यह है कि रायबरेली में जिस माहौल में सुनवाई हो रही है, वह उसके लिए असुरक्षित है।

उसे लगातार धमकिया मिल रही हैं, जिसके कारण वह डर के साए में है और निष्पक्ष रूप से अपनी बात नहीं रख पा रहा है। ऐसे में, मामले की कार्यवाही को सुरक्षित माहौल वाले लखनऊ में स्थानांतरित करना न्याय हित में होगा, जहा सुरक्षा व्यवस्था अधिक पुख्ता है।

राहुल गांधी से जुड़ा कानूनी विवाद

जिस मामले के स्थानांतरण की मांग की जा रही है, वह रायबरेली की सांसद/विधायक विशेष अदालत में विचाराधीन है। यह घटनाक्रम राहुल गांधी के लिए एक और कानूनी चुनौती पेश करता है, जो पिछले कुछ समय से कई मानहानि और अन्य कानूनी मामलों का सामना कर रहे हैं।

गौरतलब है कि राहुल गांधी से जुड़े अन्य मामलों में भी उनके वकीलों ने उनकी सुरक्षा और विरोधी पक्षों से खतरे की बात को पहले अदालतों में उठाया है।

अब आगे क्या होगा? न्यायिक प्रक्रिया पर सबकी निगाहें

केस ट्रांसफर की यह याचिका अब अदालत के समक्ष है। कोर्ट को इस गंभीर आरोप पर विचार करना होगा कि क्या याचिकाकर्ता की सुरक्षा वाकई खतरे में है और क्या रायबरेली का माहौल निष्पक्ष सुनवाई के लिए अनुकूल नहीं है।

अदालत याचिकाकर्ता और राहुल गांधी के कानूनी प्रतिनिधियों दोनों के तर्कों को सुनेगी। न्यायिक प्रणाली को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी पक्ष को डर के माहौल में न्याय की तलाश न करनी पड़े। कोर्ट के फैसले के बाद ही यह तय हो पाएगा कि इस महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई अब रायबरेली में होगी या लखनऊ में।

क्या है पूरा मामला

यह पूरा प्रकरण राहुल गांधी की नागरिकता को चुनौती देने से जुड़ा हुआ है। बीजेपी कार्यकर्ता और बेंगलुरु निवासी एस. विग्नेश शिशिर ने रायबरेली की विशेष MP-MLA कोर्ट में यह शिकायत दायर की है। याचिकाकर्ता का मुख्य आरोप है कि राहुल गांधी ने ब्रिटेन (UK) की नागरिकता ले रखी है, जिसका प्रमाण UK में 'M/s BACKOPS LIMITED' नामक कंपनी के दस्तावेजों में मौजूद है, जहा उन्होंने स्वयं को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया था।

शिशिर ने कोर्ट से मांग की है कि दोहरी नागरिकता और फर्जी पासपोर्ट के मामले में राहुल गांधी पर न केवल मुकदमा दर्ज किया जाए, बल्कि उनकी संसद सदस्यता को भी अवैध घोषित किया जाए।

यह मामला इतना संवेदनशील है कि शिकायतकर्ता, शिशिर, ने रायबरेली में सुनवाई के दौरान जान का खतरा और लगातार धमकी मिलने का गंभीर आरोप लगाते हुए केस को सुरक्षित माहौल वाले लखनऊ में ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है, जिसे अदालत ने गंभीरता से लिया है।

मांग और कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि चूंकि वह एक शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ मामले लड़ रहे हैं और एक बीजेपी कार्यकर्ता हैं, इसलिए उन्हें रायबरेली में सुनवाई के दौरान लगातार धमकी मिल रही है और उन्हें जान का खतरा महसूस हो रहा है।

जिस पर हाई कोर्ट ने भी याचिकाकर्ता की सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए उन्हें सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया था।

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