बहराइच: कौड़ियाला नदी में नाव पलटी, बड़ा हादसा; एक महिला की मौत, कई अब भी लापता!

कौड़ियाला नदी में नाव पलटी, बड़ा हादसा; एक महिला की मौत, कई अब भी लापता!
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सीएम योगी ने इस दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए एक उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

इस हादसे में 13 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, लेकिन एक महिला की मौत हो गई और 8 लोग अब भी लापता हैं।

बहराइच : ​उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में बुधवार 29 अक्टूबर,की शाम एक बड़ा और दुखद हादसा हो गया। सुजौली थाना क्षेत्र में पड़ने वाली कौड़ियाला नदी में यात्रियों से भरी एक नाव अचानक पलट गई, जिससे नदी में हाहाकार मच गया। नाव पर करीब 26 लोग सवार थे, जो लखीमपुर जनपद से खरीदारी कर अपने गांव भरथापुर लौट रहे थे। इस भयावह दुर्घटना में एक महिला की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि अभी भी 8 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

​यह हादसा उस वक्त हुआ जब नाव नदी के बीच में थी। नाव में क्षमता से अधिक यात्री सवार होने और नदी में जलस्तर व बहाव अधिक होने को हादसे का प्राथमिक कारण माना जा रहा है। स्थानीय लोगों और प्रशासन के त्वरित प्रयास से, 13 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

​तेजी से जारी बचाव और राहत कार्य

​हादसे की जानकारी मिलते ही, पुलिस, पीएसी और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं और तत्काल बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अंधेरा होने के बावजूद, लापता लोगों की तलाश में गोताखोरों और विशेष टीमों को लगाया गया है। इस ऑपरेशन को स्थानीय मछुआरों और गाव वालों का भी सहयोग लिया गया , जो नदी के बारे में बेहतर जानकारी रखते हैं।

​बहराइच के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने बताया कि नदी का बहाव तेज होने के कारण लापता लोगों को खोजने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हर संभव प्रयास किया जा रहा है। दुर्घटना में बचाए गए लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है, जबकि गंभीर रूप से प्रभावित लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। अधिकारियों ने लापता लोगों के परिजनों को सांत्वना दी है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

​गम और गुस्से का माहौल

​यह दुर्घटना भरथापुर गांव के लिए किसी आपदा से कम नहीं है, क्योंकि नाव पर सवार अधिकांश लोग इसी गांव के थे। सूचना मिलते ही गांव में मातम पसर गया है और बड़ी संख्या में लोग नदी किनारे जमा हो गए हैं। अपने परिजनों के लापता होने की खबर से उनका रो-रोकर बुरा हाल है। नदी किनारे मौजूद लोगों का गुस्सा भी स्थानीय प्रशासन पर फूट पड़ा है, क्योंकि उनका आरोप है कि नदी पार करने के लिए सुरक्षित और नियमित परिवहन की व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को अक्सर जोखिम भरी नावों का सहारा लेना पड़ता है।

​लापता लोगों के परिजन प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द उनके अपनों को ढूंढ निकाला जाए। मृतका की पहचान अभी तक पूरी तरह से सामने नहीं आई है, लेकिन प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। स्थानीय विधायक ने भी घटनास्थल का दौरा किया है और पीड़ित परिवारों को सरकारी मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।

सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल, जांच के आदेश

​कौड़ियाला नदी में हुए इस बड़े हादसे ने एक बार फिर नावों के संचालन में सुरक्षा मानकों के पालन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी मिली है कि यह नाव पुराने तरीके की थी और उसमें लाइफ जैकेट जैसे सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध नहीं थे। इसके अलावा, यात्रियों की संख्या नाव की क्षमता से कहीं अधिक थी। ​मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए एक उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

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