भारतीय शास्त्रीय संगीत के सूर्य का अस्त: पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन, PM मोदी ने जताया शोक; बनारस में होगा अंतिम संस्कार

पंडित छन्नूलाल जी की गायकी की विविधता अद्भुत थी। उन्होंने शास्त्रीय संगीत के हर रंग को छुआ और उसे जन-जन तक पहुंचाया।
वाराणसी : भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक महान स्तंभ, पद्म भूषण से सम्मानित सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का गुरुवार सुबह 4.15 बजे निधन हो गया है। उनकी बेटी नम्रता मिश्रा ने यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि उनका अंतिम संस्कार बनारस में किया जाएगा।
संगीत जगत में शोक की लहर
पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन पूरे कला और संगीत समुदाय में शोक की लहर फैला गया है। उनकी गायकी की मधुरता, शुद्धता और भावपूर्ण प्रस्तुति ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान दिलाया था। बनारस घराने के इस दिग्गज कलाकार ने अपनी कला से अनगिनत श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया और भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके जाने से संगीत के एक युग का अंत हो गया है।

पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक
सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। वे जीवनभर भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने और भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर सम्मान दिलाने में अमूल्य योगदान दिया। मुझे उनके स्नेह और आशीर्वाद का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वर्ष 2014 में वाराणसी सीट से वे मेरे प्रस्तावक भी रहे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।
ओम शांति!
तीन सप्ताह तक जूझते रहे पंडित जी
जानकारी के अनुसार, पंडित जी को लगभग तीन सप्ताह पहले शनिवार को माइनर अटैक आया था। स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें तुरंत बीएचयू के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में भर्ती कराया गया था। जांच के दौरान डॉक्टरों ने उनके चेस्ट में इंफेक्शन और खून की कमी भी पाई थी। लगभग तीन सप्ताह तक बीएचयू में चले इलाज के बाद उन्हें शुक्रवार को चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई थी।
बीएचयू से छुट्टी के बाद मीरजापुर में भर्ती
बीएचयू से छुट्टी मिलने के बाद, उनकी बेटी नम्रता मिश्रा उन्हें लेकर मीरजापुर पहुंची थीं। वहां, नगर के ओझलापुल स्थित रामकृष्ण सेवा मिशन चिकित्सालय में उन्हें आगे के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। यहीं पर गुरुवार सुबह 4.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी बेटी नम्रता मिश्रा ने बताया कि अंतिम समय में पिताजी मीरजापुर स्थित घर पर ही थे।
अंतिम संस्कार बनारस में
बेटी नम्रता मिश्रा ने पुष्टि की है कि पंडित छन्नूलाल मिश्र का अंतिम संस्कार उनके प्रिय शहर बनारस में किया जाएगा। बनारस, जो उनकी कर्मभूमि और कला का केंद्र रहा, वहीं से यह महान आत्मा अंतिम विदाई लेगी। उनकी मधुर स्मृतियां और अमर संगीत हमेशा हमारे बीच जीवित रहेंगे।
पंडित छन्नूलाल जी ऑल इंडिया रेडियो (AIR) और दूरदर्शन के शीर्ष-ग्रेड कलाकार भी रहे। उन्होंने अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी, न्यूयॉर्क और शिकागो जैसे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी कला का प्रदर्शन कर भारतीय संगीत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उनका संगीत हमेशा हमारी विरासत का एक अमूल्य हिस्सा रहेगा।
