यूपी सरकार की नई पहल: किचन गार्डन' से सुधरेगी मिड डे मील की गुणवत्ता,62 हजार से अधिक स्कूलों में अभिनव बागवानी

किचन गार्डन से सुधरेगी मिड डे मील की गुणवत्ता,62 हजार से अधिक स्कूलों में अभिनव बागवानी
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बोरों या पालीबैगों का इस्तेमाल करके छोटी सब्जियां उगाई जाएंगी।

यूपी सरकार ने सभी परिषदीय विद्यालयों में 'स्कूल न्यूट्रीशन गार्डन' बनाने की योजना शुरू की है। जिससे बच्चों के मिड डे मील के लिए ताज़ी और पौष्टिक सब्ज़िया हो सके।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी सरकारी परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के लिए पौष्टिक आहार सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, स्कूलों में 'स्कूल न्यूट्रीशन गार्डन' या 'किचन गार्डन' बनाए जाएंगे। इन गार्डनों में उगाई गई ताज़ी सब्जियों का इस्तेमाल पीएम मिड डे मील में किया जाएगा। इससे बच्चों को मिलने वाले भोजन में बाजार की सब्जियों के बजाय स्कूल में ही उगाई गई ताज़ी सब्जियां शामिल हों, जिससे उनके भोजन का पोषण मूल्य बढ़ेगा।

अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा, पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस योजना को प्राथमिकता से लागू किया जाए। इस पहल से बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और कुपोषण को दूर करने में मदद मिलेगी। इस योजना को लंबे समय तक जारी रखने के लिए, इसमें अन्य सरकारी विभागों का सहयोग भी लिया जाएगा।

दीवारों और छतों का होगा इस्तेमाल

इस योजना की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे उन स्कूलों में भी लागू किया जाएगा जहा किचन गार्डन बनाने के लिए पर्याप्त ज़मीन नहीं है। जिन विद्यालयों में खुली जगह कम है, वहा रचनात्मक तरीके अपनाए जाएंगे। ऐसी जगहों पर गमलों, मटकों, जूट के थैलों, बोरों या पालीबैगों का इस्तेमाल करके छोटी सब्जियां उगाई जाएंगी।

इसके अलावा, स्कूलों की खाली दीवारों और छतों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। खुली जगह होने पर दीवारों के किनारे लौकी और तोरई सब्जियां लगाई जा सकती हैं। वहीं, छत या बरामदे जैसी जगहों पर टमाटर, मिर्च, धनिया, भिंडी और बैंगन के पौधे लगाए जाएंगे। इस तरह के अभिनव तरीकों से करीब 62,347 ऐसे स्कूलों में भी छोटे किचन गार्डन बनाए जा सकेंगे, जहा जमीन की कमी है। ये सभी सब्जियां बिना किसी बड़े अतिरिक्त खर्च के आसानी से उगाई जा सकती हैं, जिससे बच्चों को ताज़ी और मौसमी सब्जियां मिलेंगी।

सभी जिलों को तुरंत काम पूरा करने के निर्देश

सरकार ने इस किचन गार्डन योजना के संबंध में पहले ही 4 अगस्त को विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर दिए थे। अब तक पूरे प्रदेश में 70,228 विद्यालयों में किचन गार्डन विकसित किए जा चुके हैं। हालाकि, कुछ जिलों में इस काम की रफ़्तार धीमी रही है। अपर मुख्य सचिव ने अपने पत्र में सिद्धार्थनगर, जौनपुर, आजमगढ़, इटावा, कुशीनगर, बरेली और प्रतापगढ़ जैसे जिलों का विशेष रूप से उल्लेख किया है, जहा 25 प्रतिशत से भी कम स्कूलों में यह काम पूरा हुआ है।

अब जिलाधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे अपने जिले के सभी स्कूलों में 100% किचन गार्डन जल्द से जल्द तैयार कराएं। साथ ही, पहले से बने गार्डनों की देखभाल और रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाए। यह पहल न सिर्फ बच्चों के भोजन को बेहतर बनाएगी, बल्कि उन्हें बागवानी के महत्व और पर्यावरण के बारे में भी सिखाएगी, जिससे वे प्रकृति से जुड़ सकेंगे।

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