Golden Ramcharitmanas: अयोध्या के राम मंदिर में भक्त सोने की रामचरितमानस भी देख सकेंगे। नवरात्र के पहले दिन 9 अप्रैल यानी मंगलवार को विधि-विधान से इसे गर्भगृह में स्थापित किया गया है।

रामचरितमानस राम मंदिर में रामलला की मूर्ति से 15 फीट दूर स्थित पत्थर के आसन पर रखी गई है। पूर्व IAS लक्ष्मी नारायण और उनकी पत्नी ने यह मानस राम मंदिर ट्रस्ट को भेंट की है। लक्ष्मी नारायण मध्य प्रदेश कैडर के रिटायर्ड IAS हैं। 

1000 पेज, वजन- डेढ़ क्विंटल
राम मंदिर में स्थापित की गई रामचरितमानस 1000 पेज और 155 किलो वजनी है। इसमें 4 किलो सोने और 151 किलो तांबे का इस्तेमाल हुआ है। हर पेज पर 3 किलोग्राम तांबा लगा है। 24 कैरेट सोने की परत भी इस पर चढ़ाई गई है। 

ज्वैलर्स ने 3 महीने में तैयार किया
एक हजार पेज की रामचरितमानस को वुम्मिदी बंगारू ज्वैलर्स ने 3 महीने में तैयार किया है। बताया कि इसे बनाने में तकरीबन 5 करोड़ का खर्च आया है। पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि रामचरितमानस को राम नवमी पर मंदिर ट्रस्ट को सौंपा गया। उन्होंने यह भी बताया कि इसी कंपनी ने संसद भवन में स्थापित राजदंड (सेंगोल) तैयार किया है। 

केंद्र में गृह सचिव रहे हैं IAS लक्ष्मी नारायाण
सेवानिवृत्त आईएएस लक्ष्मी नारायाण केंद्र में गृह सचिव रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं दाल-रोटी खाने वाला इंसान हूं। पेंशन ही नहीं कर पाता। ईश्वर ने जो सौंपा है, मैंने उसे ही तो वापस किया है। प्रभु के चरणों रामचरित मानस अर्पित कर मैं अपने आपको धन्य मानता हूं। मेरा जीवन सफल हो गया।