ब्रज में संतों का भारी विरोध: मथुरा में रद्द हुआ सनी लियोनी का न्यू ईयर इवेंट

संत समाज ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे 'धर्म की जीत' बताया है।
मथुरा : मथुरा में नए साल के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाला अभिनेत्री सनी लियोनी का बहुचर्चित कार्यक्रम अंततः रद्द कर दिया गया है।
स्थानीय साधु-संतों, धार्मिक संगठनों और ब्रजवासियों के कड़े विरोध के बाद आयोजकों ने सामाजिक और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए इस इवेंट को न करने का फैसला लिया।
प्रशासन और संतों के दबाव के चलते अब इस कार्यक्रम की जगह कोई अन्य आयोजन नहीं होगा और बुक किए गए टिकटों का पैसा वापस किया जा रहा है।
संत समाज का कड़ा विरोध और चेतावनी
मथुरा के हाईवे थाना क्षेत्र स्थित एक निजी होटल और बार में सनी लियोनी का डीजे नाइट प्रोग्राम प्रस्तावित था। जैसे ही इस कार्यक्रम के पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुए, ब्रज के संतों ने इसे अपनी संस्कृति पर हमला बताया।
संतों का कहना था कि मथुरा-वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का केंद्र है, यहाँ इस तरह के पश्चिमी सभ्यता वाले ग्लैमरस कार्यक्रमों की अनुमति कतई नहीं दी जा सकती। संतों ने चेतावनी दी थी कि यदि प्रशासन ने अनुमति नहीं रद्द की, तो वे बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
प्रशासनिक हस्तक्षेप और सुरक्षा का सवाल
मामले की गंभीरता को देखते हुए हिंदूवादी संगठनों और संतों ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था।
उन्होंने तर्क दिया कि नए साल पर ब्रज में लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, ऐसे में इस तरह के आयोजनों से कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँच सकती है।
प्रशासन द्वारा आयोजकों से बातचीत करने और संतों के अडिग रुख को देखते हुए माहौल तनावपूर्ण हो गया था, जिसके बाद आयोजकों पर कार्यक्रम रद्द करने का दबाव बढ़ गया।
आयोजकों द्वारा कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा
विरोध के बढ़ते सुरों को देखते हुए कार्यक्रम के आयोजक मितुल पाठक ने आधिकारिक रूप से इवेंट को रद्द करने का निर्णय लिया। आयोजकों ने स्पष्ट किया कि सनी लियोनी को केवल एक कलाकार के तौर पर आमंत्रित किया गया था और उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था।
हालांकि, संतों के सम्मान और शहर की शांति बनाए रखने के लिए उन्होंने लाखों रुपये के निवेश और तैयारियों के बावजूद इस बड़े शो को स्थगित करना ही बेहतर समझा।
टिकट रिफंड और ब्रज की मर्यादा पर बहस
कार्यक्रम के रद्द होने से उन लोगों को निराशा हुई है जिन्होंने नए साल के जश्न के लिए महंगे टिकट खरीदे थे।
आयोजकों ने अब टिकटों की बुकिंग राशि वापस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर मथुरा-वृंदावन जैसे तीर्थ स्थलों पर होने वाले आधुनिक आयोजनों की मर्यादा पर बहस छेड़ दी है।
संत समाज ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे 'धर्म की जीत' बताया है और मांग की है कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों को ब्रज की सीमा में प्रवेश न दिया जाए।
