श्री राम मंदिर अयोध्या: आज से लागू हुई नई समय सारिणी, दर्शन की अवधि घटी! मंगला, श्रृंगार और शयन आरती की भी नई व्यवस्था

मंदिर के प्रथम तल पर नवनिर्मित राम दरबार की आरती भी अब नई समय सारिणी के अनुसार ही होगी।
अयोध्या : श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में रामलला के दर्शन और मंदिर की दैनिक दिनचर्या में व्यापक बदलाव किए हैं। ठंढ के आगमन को देखते हुए भक्तों की सुविधा और भगवान की सेवा की व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। मंदिर प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि नई समय सारिणी गुरुवार, 23 अक्टूबर, 2025 से लागू कर दी गई है। इस बदलाव का सबसे बड़ा असर भक्तों के दर्शन की अवधि पर पड़ा है, जो अब पहले की तुलना में लगभग 45 मिनट कम हो गई है।भक्तों को अब इस नई व्यवस्था के तहत ही अपनी यात्रा की योजना बनानी होगी।
ठण्ड के आगमन पर दर्शन और आरती का नया समय
राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसारतल ठण्ड के मौसम को ध्यान में रखते हुए मंदिर की दिनचर्या को समायोजित किया गया है। अब रामलला के दर्शन का समय सुबह 7:00 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 9:15 बजे तक निर्धारित किया गया है। पुरानी व्यवस्था में, दर्शन सुबह 6:30 बजे से रात्रि 9:30 बजे तक हुआ करते थे, जिससे भक्तों को लगभग साढ़े 14 घंटे दर्शन मिलते थे। नई समय सारिणी लागू होने के बाद अब भक्तों को लगभग 13 घंटे 45 मिनट ही रामलला के दर्शन हो सकेंगे। हालांकि, मंदिर में दोपहर की मध्याह्न बंदी की परंपरा पूर्ववत बनी रहेगी। यह बंदी दोपहर 12:30 बजे से 1:00 बजे तक आधे घंटे के लिए रहेगी, जिसके दौरान मंदिर के पट बंद रहेंगे। दोपहर 1:00 बजे मंदिर के पट पुनः खुल जाएंगे और दर्शन का क्रम रात्रि सवा नौ बजे तक चलता रहेगा।
मंगला, श्रृंगार और शयन आरती की नई व्यवस्था
रामलला की दैनिक आरतियों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। मंगला आरती, जो पहले सुबह 4:00 बजे होती थी, अब सुबह 4:30 बजे से शुरू होगी। इसी प्रकार, श्रृंगार आरती का समय भी सुबह 6:00 बजे से बदलकर सुबह 6:30 बजे कर दिया गया है। ये दोनों ही महत्वपूर्ण आरतिया अब आधे-आधे घंटे की देरी से होंगी, जिससे शीतकाल में होने वाले संभावित कोहरे और ठंड के कारण भक्तों के आवागमन और व्यवस्था में आसानी हो सके। रामलला की शयन आरती, जो दिन की अंतिम आरती होती है, रात्रि 10:00 बजे के स्थान पर अब रात्रि 9:30 बजे ही संपन्न कराई जाएगी। इस प्रकार, मंदिर की पूरी दिनचर्या 45 मिनट पहले समाप्त होगी।
भक्तों के प्रवेश और राम दरबार की आरती का शेड्यूल
दर्शनार्थियों के मंदिर में प्रवेश के लिए भी नई समय सीमा तय की गई है। भक्तों को रामजन्मभूमि पथ पर स्थित डी-वन प्वाइंट से प्रवेश दिया जाता है। नई समय सारिणी के अनुसार, भक्तों का प्रवेश अब सुबह 6:30 बजे से शुरू करा दिया जाएगा, जबकि दर्शन ठीक 7:00 बजे से प्रारंभ होंगे। रात्रि के समय, डी-वन प्वाइंट से श्रद्धालुओं को प्रवेश देने का अंतिम समय रात्रि 9:00 बजे तक ही रहेगा। इसके बाद किसी भी नए भक्त को प्रवेश नहीं मिलेगा। शयन आरती में सम्मिलित होने वाले पास धारक श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
ऐसे भक्तों को आरती प्रारंभ होने से 15 मिनट पहले यानी रात्रि 9:15 बजे से प्रवेश कराया जाएगा, ताकि वे समय पर भगवान की अंतिम आरती में शामिल हो सकें। इसके अतिरिक्त, मंदिर के प्रथम तल पर नवनिर्मित राम दरबार की आरती भी अब इसी नई समय सारिणी के अनुसार ही संपन्न कराई जाएगी।
