नेपाल हिंसा: यूपी में अलर्ट, सीमावर्ती जिलों में बढ़ाई गई निगरानी

Indo-Nepal border security
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नेपाल में हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश की नेपाल सीमा से सटे सात जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। कड़ी निगरानी, ड्रोन से निगरानी और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को डायवर्ट किया गया। जानिए ताज़ा अपडेट।

लखनऊ डेस्क: पड़ोसी देश नेपाल में सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध के बाद भड़की हिंसा का सीधा असर भारत के सीमावर्ती राज्यों, खासकर उत्तर प्रदेश पर दिख रहा है। नेपाल की अस्थिरता को देखते हुए, उत्तर प्रदेश की 651 किलोमीटर लंबी सीमा से सटे सात जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। सीमा पर आवागमन को सीमित कर दिया गया है, और पुलिस तथा सुरक्षा बल पूरी सतर्कता बरत रहे हैं।

यूपी के सात जिलों पर सीधा असर

उत्तर प्रदेश के सात जिले पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज नेपाल के साथ सीधी सीमा साझा करते हैं। इन जिलों में नेपाल में हो रही हिंसा का असर पड़ने की आशंका है। सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि हिंसा और अराजकता का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व या विदेशी घुसपैठिए भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर सकते हैं। यही वजह है कि इन सभी जिलों की सीमाओं पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कड़ी जांच-पड़ताल की जा रही है।

सीमा पर सुरक्षा और पुलिस का रुख

नेपाल हिंसा के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सभी सीमावर्ती चेक-पोस्टों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। सोनौली बॉर्डर जैसे महत्वपूर्ण प्रवेश बिंदुओं पर कर्फ्यू जैसी स्थिति है, और बिना वैध पहचान पत्र के किसी भी व्यक्ति को भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है। ड्रोन कैमरों की मदद से सीमावर्ती क्षेत्रों की हवाई निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी अप्रिय गतिविधि पर तुरंत नजर रखी जा सके। पुलिस और प्रशासन ने स्थानीय लोगों से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।

हवाई यातायात और यात्रियों पर प्रभाव

नेपाल में हुई हिंसा का असर सिर्फ जमीनी मार्गों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है। काठमांडू जा रही कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें नेपाल में लैंडिंग न कर पाने के कारण भारत के हवाई अड्डों पर डायवर्ट की गईं।

आबूधाबी से काठमांडू जा रही अरबिया एयरलाइंस की फ्लाइट 3L-43 जिसमें 144 यात्री सवार थे, उसे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। इसके अलावा, दिल्ली, दुबई और बैंकॉक से काठमांडू जा रही चार अन्य फ्लाइटों को भी लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।

नेपाल से भारत का है भावनात्मक लगाव

भारत और नेपाल के बीच न केवल व्यापारिक बल्कि गहरे पारिवारिक संबंध भी हैं। दोनों देशों के बीच लोग आपस में शादी-विवाह करते हैं। इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध के कारण सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोग अपने रिश्तेदारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। इस स्थिति ने लोगों में चिंता और बेचैनी बढ़ा दी है। हालांकि, अधिकारी स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो।

यूपी सरकार है मुस्तैद

उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पूरे मामले पर गंभीर रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किए हैं कि वे स्थिति पर पैनी नजर रखें और किसी भी तरह की अराजकता को रोकने के लिए तैयार रहें। सरकार का स्पष्ट स्टैंड है कि वह भारत-नेपाल के बीच शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। अधिकारियों को नेपाल में हो रही गतिविधियों पर निरंतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कदम उठाए जा सकें।

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