यमुना एक्सप्रेस-वे पर भीषण हादसा: कोहरे के कारण 7 बसें और तीन कारें टकराई, 13 की मौत; 100 से ज्यादा घायल

यमुना एक्सप्रेस-वे पर आज सुबह विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम थी।
मथुरा : यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे के चलते आज सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा जिले के बलदेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत माइलस्टोन 127 के पास एक भीषण सड़क हादसा हो गया। यह दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि इसमें कई बसें और कारें आपस में टकरा गईं, जिसके बाद कम से कम 8 वाहनों में आग लग गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में चार यात्रियों के जिंदा जलने की खबर है, जबकि 150 लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल भेजा गया है।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, हादसे की मुख्य वजह विजिबिलिटी कम होना है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है, और स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ पुलिस भी मौके पर मौजूद है।

दुर्घटना का भयावह मंजर और स्थिति
यह हादसा सुबह तड़के हुआ जब एक्सप्रेस-वे पर अचानक घना कोहरा छा गया। कोहरे के कारण दृश्यता लगभग शून्य हो गई थी, जिसके परिणामस्वरूप एक के बाद एक वाहन आपस में टकराते चले गए।

प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, लगभग 7 बसें और 3 कारें इस चपेट में आईं, जिसके बाद भीषण आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि यात्रियों को निकलने का मौका नहीं मिला। तत्काल ही मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक 4 लोगों के जिंदा जलने की पुष्टि हो चुकी थी। अब खबर आ रही है कि इस घटना में अबतक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। मौके से करीब 150 घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया है।
राहत और बचाव कार्य, और मृतकों की पहचान का प्रयास
हादसे की सूचना मिलते ही मथुरा और आगरा जिले से पुलिस तथा बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे। घायलों को निकालने और उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। गंभीर रूप से घायल लोगों को आगरा और मथुरा के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है, जबकि कुछ का प्राथमिक उपचार दुर्घटनास्थल के पास ही किया जा रहा है।

इस समय मृतकों की संख्या को लेकर संशय है, फिलहाल 13 लोगों के जिंदा जलने की पुष्टि हुई है। प्रशासन अब मृतकों की पहचान और उनके परिजनों को सूचित करने के काम में जुटा हुआ है।

विजिबिलिटी और कोहरे की चेतावनी पर सवाल
इस भीषण हादसे ने एक बार फिर एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के दौरान सुरक्षा मानकों और गति सीमा के पालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्सप्रेस-वे पर आज सुबह विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम थी।

प्रशासन और मौसम विभाग की ओर से पहले ही घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन बावजूद इसके यह दुर्घटना हुई। आशंका है कि कुछ वाहनों की गति सीमा निर्धारित मानकों से अधिक रही होगी।

पुलिस ने घटना के कारणों की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और लापरवाह वाहन चालकों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
एक्सप्रेस-वे पर यातायात प्रभावित और वैकल्पिक मार्ग
हादसे के कारण यमुना एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली से आगरा और आगरा से दिल्ली दोनों ओर का यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। घटनास्थल पर वाहनों का लंबा जाम लग गया है, जिसे साफ करने का कार्य जेसीबी मशीनों की मदद से चल रहा है।
पुलिस ने यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाने में कई घंटे लग सकते हैं। यात्रियों को इस रूट पर यात्रा करने से पहले यातायात की स्थिति की पुष्टि करने की सलाह दी गई है।
