मेरठ की अब्दुल्ला कॉलोनी में हिंदुओं की एंट्री बैन?: मंत्री बोले- होगी जांच, बुलडोजर भी चलेगा

मेरठ की अब्दुल्ला कॉलोनी में हिंदुओं के प्रवेश पर रोक का मामला!
Meerut Abdullah Colony News: पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में धार्मिक आधार पर भेदभाव का एक गंभीर मामला सामने आया है। मेरठ की हापुड़ रोड पर स्थित अब्दुल्ला कॉलोनी में कथित तौर पर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और उन्हें वहां प्लॉट बेचने से भी मना किया जा रहा है। इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आ गई है।
मंत्री सोमेन्द्र तोमर ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग
उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह को एक पत्र लिखकर अब्दुल्ला कॉलोनी की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। तोमर ने अपने पत्र में कॉलोनी के मानचित्र और वहां किए गए निर्माण की गहन जांच करने का आग्रह किया है।
मंत्री तोमर ने कहा, अगर इस कॉलोनी में धार्मिक आधार पर भेदभाव किया जा रहा है, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच में खामियां पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी बताया कि कॉलोनी में बिना नक्शे के एक मस्जिद के निर्माण की भी बात सामने आई है, जिसकी जांच होनी चाहिए। अगर यह आरोप सही पाया जाता है, तो बुलडोजर भी चलेगा।
गैंगस्टर के परिवार से जुड़ी है जमीन
बताया जा रहा है कि यह कॉलोनी पिछले 10 साल से विकसित की जा रही है और इसका नाम एक गैंगस्टर के बेटे के नाम पर रखा गया है। जिस जमीन पर यह कॉलोनी बन रही है, वह एक गैंगस्टर के परिवार से संबंधित है। यही वजह है कि इस कॉलोनी की गतिविधियों पर पहले से ही संदेह था, और अब धार्मिक भेदभाव के आरोपों ने इस पर लगे संकट के बादल और भी गहरे कर दिए हैं।
धार्मिक भेदभाव पर बढ़ा तनाव
यह मामला सामने आने के बाद स्थानीय लोगों और राजनेताओं में तनाव बढ़ गया है। जहां एक तरफ हिंदू संगठनों ने इस प्रतिबंध का कड़ा विरोध किया है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन को इस मामले में निष्पक्ष जांच कर जल्द से जल्द सच्चाई सामने लाने के लिए दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक सद्भाव को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि जांच में जो भी सच सामने आएगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
जांच के दायरे में कॉलोनी का नक्शा और निर्माण
मंत्री तोमर के निर्देश के बाद, अब प्रशासन अब्दुल्ला कॉलोनी के मानचित्र और सभी निर्माणों की गहन जांच करेगा। यह देखा जाएगा कि क्या सभी निर्माण, विशेष रूप से मस्जिद, सरकारी नियमों के अनुसार किए गए हैं या नहीं।
सोर्स: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो
