मिर्जापुर: चुनार रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा, कालका एक्सप्रेस की चपेट में आने से 8 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत

श्रद्धालु रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे तभी तेज रफ्तार से गुजर रही कालका एक्सप्रेस उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
मिर्ज़ापुर : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह एक भीषण रेल हादसा हो गया। कालका-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से 8 श्रद्धालुओं की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
यह दुर्घटना उस समय हुई, जब श्रद्धालु पवित्र कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए गंगा घाट जा रहे थे। इस भयावह हादसे में कई अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। घटना के बाद चुनार रेलवे स्टेशन पर भारी हड़कंप मच गया और तत्काल रेलवे और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया है और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए जा रहे थे श्रद्धालु
यह हादसा बुधवार सुबह चुनार रेलवे स्टेशन के पास हुआ। जो श्रद्धालु ट्रेन की चपेट में आए, वे सभी पवित्र कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए गंगा घाट की ओर जा रहे थे। कार्तिक पूर्णिमा का पर्व आज को मनाया जा रहा है और इसी अवसर पर गंगा स्नान के लिए विंध्याचल और आसपास के घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुट रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि श्रद्धालु रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे या ट्रेन के बहुत करीब थे, तभी तेज रफ्तार से गुजर रही कालका एक्सप्रेस उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
स्टेशन पर हड़कंप और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
दुर्घटना की सूचना मिलते ही चुनार रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों के कटने की खबर से स्थानीय लोगों और यात्रियों में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई। रेलवे के आला अधिकारी और जीआरपी फौरन मौके पर पहुंची। स्थानीय पुलिस और रेलवे कर्मचारियों की मदद से तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया।
अधिकारियों के मुताबिक छह लोगों की मौत मौके पर ही हो चुकी थी, जबकि कुछ घायलों को त्वरित इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया। पुलिस ने शवों का पंचनामा कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है और दुर्घटना के सही कारणों की जांच की जा रही है।
रेलवे ट्रैक पार करने या पास खड़े होने की आशंका
यह भीषण हादसा एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर लापरवाही से आवागमन या ट्रेन के नजदीक खड़े होने से हुआ है। शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण, यात्रियों ने शॉर्टकट लेने के लिए रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश की होगी।
हालांकि यह भी संभव है कि अधिक भीड़ के कारण कुछ श्रद्धालु प्लेटफार्म के किनारे या ट्रैक के बहुत करीब खड़े रहे हों, जिस कारण वे तेज रफ्तार कालका एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। रेलवे अधिकारी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह हादसा ट्रैक पार करते समय हुआ या यात्रियों की लापरवाही से। रेलवे ने इस घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
