लखनऊ में दर्दनाक सड़क हादसा: टैंकर से टक्कर, खाई में पलटी रोडवेज बस, 5 की मौत, कई यात्री घायल

लखनऊ में टैंकर से टक्कर, खाईं में गिरी रोडवेज बस, 5 की मौत।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार (11 सितंबर) शाम भीषण सड़क हादसा हुआ। हरदोई से लखनऊ आ रही कैसरबाग डिपो की रोडवेज बस काकोरी इलाके में गोलाकुआं के पास अचानक बेकाबू होकर 20 फीट गहरी खाईं में पलट गई। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। जबकि, कई लोग घायल हैं।
पुलिस के मुताबिक, जिस जगह पर हादसा हुआ है, वहां पर सड़क की लेवलिंग का कार्य चल रहा था। काम के दौरान ही तेज रफ्तार रोड की सिंचाई कर रहे टैंकर से टकरा गई।
5 लोगों की मौत, 12 से अधिक घायल
ककोरी सड़क दुर्घटना में अब तक 5 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। जबकि, 12 से ज्यादा यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। बस में करीब 54 यात्री सवार थे। कई लोग बस के नीचे दब गए, जिन्हें स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से बाहर निकाला गया। कुछ घायलों की हालत अब भी नाजुक बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस तेज रफ्तार में थी। गोलाकुआं के पास सड़क पर चल रहे निर्माण कार्य के चलते पानी छिड़क रहा टैंकर खड़ा था। तभी बस की टैंकर से भीषण टक्कर हो गई। टैंकर से टकराने के बाद बस सड़क किनारे खड़े लोगों और बाइक सवारों को रौंदते खाई में जा गिरी
राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रशासन
पुलिस और प्रशासन की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बचाव कार्य शुरू किया। क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त बस को सीधा कराया। साथ् ही घायलों को ट्रॉमा सेंटर और नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने जिला प्रशासन को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
DM और मंडलायुक्त भी पहुंचे मौके पर
हादसे की सूचना मिलते ही लखनऊ के डीएम और मंडलायुक्त तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने राहत कार्य का जायजा लिया। साथ ही स्थानीय अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। पीड़ितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
हाईवे पर निर्माण कार्य बना हादसे की वजह?
जानकारी के अनुसार, जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां लखनऊ-हरदोई हाईवे पर निर्माण कार्य चल रहा था। टैंकर से पानी का छिड़काव हो रहा था और कोई सुरक्षा चेतावनी या बैरिकेडिंग नहीं थी। इस लापरवाही ने हादसे को और भीषण बना दिया।
