लखनऊ बनेगा EV हब!: 66 नए इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशनों का जाल बिछाने की तैयारी

लखनऊ: प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते चलन को देखते हुए, सरकार ने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का निर्णय लिया है। लखनऊ में 66 नए चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी चल रही है। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों के लिए भी सफर को आसान बनाएगी।
लखनऊ में ईवी क्रांति की तैयारी
राजधानी लखनऊ में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार ने एक विस्तृत योजना बनाई है। इसके तहत, सार्वजनिक और महत्वपूर्ण स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इनमें नगर निगम कार्यालय, परिवहन विभाग, रेलवे स्टेशन, और बस अड्डे शामिल हैं। इसका उद्देश्य शहर के हर कोने तक चार्जिंग सुविधा पहुंचाना है ताकि लोगों को लंबी दूरी के सफर में कोई परेशानी न हो।
किन जगहों पर बनेंगे स्टेशन?
नए चार्जिंग स्टेशनों के लिए स्थानों का चयन करते समय कई बातों का ध्यान रखा जा रहा है। नगर निगम, परिवहन विभाग, और रेलवे जैसे सरकारी कार्यालयों के अलावा, इन स्टेशनों को ऐसे स्थानों पर भी बनाया जाएगा, जहां पार्किंग की पर्याप्त जगह हो और जहां वाहनों की आवाजाही अधिक हो। लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में एक टीम ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा, हाईवे से बेहतर कनेक्टिविटी वाले स्थानों को भी प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि लंबी दूरी की यात्रा करने वाले ईवी कार मालिकों को भी सुविधा मिले।
सर्वे और योजना का खाका
चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए एक व्यापक सर्वे चल रहा है, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखा गया है। इस सर्वे में पार्किंग की उपलब्धता, जलभराव की स्थिति, और कनेक्टिविटी जैसे महत्वपूर्ण कारकों को शामिल किया गया है। सर्वे पूरा होने के बाद, जल्द ही इन स्टेशनों की स्थापना प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह सुनिश्चित करेगा कि चार्जिंग स्टेशन सही जगह पर और सही तरीके से काम कर सकें।
भविष्य की योजनाएं
इस परियोजना में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल का भी उपयोग किया जा रहा है, जिसमें निजी कंपनियां इन चार्जिंग स्टेशनों को स्थापित करेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ, आगरा सहित 16 शहरों में 320 नए चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना पर भी काम कर रही है। इनमें लखनऊ में 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। ये चार्जिंग स्टेशन फास्ट और स्लो चार्जिंग दोनों तरह के होंगे, जो दोपहिया, तिपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए उपयुक्त होंगे। इससे आने वाले समय में लखनऊ में इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग और भी बढ़गा।
सोर्स: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो
