ललितपुर में मधुमक्खियों का हमला: CDO कमलाकांत और उनके गनर बेहोश होकर गिरे, ग्रामीणों ने कंबल ओढ़ाकर बचाई जान

Lalitpur CDO Bee attack
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Lalitpur CDO Bee attack

यूपी के ललितपुर जिले में मंगलवार (27 मई) को मधुमक्खियों के हमले ने CDO कमलाकांत पांडेय और उनके गनर चंद्रपाल सिंह बेहोश हो गए। ग्रामीणाें ने कंबल चारपाई में लेटाकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया।

Lalitpur CDO Bee Attack : उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में मधुमक्खियों के हमले ने आईएएस अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर (CDO) कमलाकांत पांडेय और उनके गनर चंद्रपाल सिंह की हालत गंभीर है। स्थानीय लोगों ने चारपाई में लेटाकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया। मधुमक्खियों के हमले से अन्य कर्मचारी जख्मी हो गए हैं।

CDO कमलकांत पांडेय पहाड़ी इलाके में निरीक्षण करने पहुंचे थे, इसी दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। CDO जमीन पर लेट गए, लेकिन मधुमक्खियों ने नहीं छोड़ा, गनर चंद्रपाल उनसे लिपट बचाने की कोशिश की, मधुमक्खियों ने गनर पर भी हमला कर दिया। कुछ देर बाद दोनों बेहोश हो गए।

ग्रामीणों की मदद से शुरू हुआ रेस्क्यू
घटना की जानकारी लगी तो ADM (राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव ग्रामीणों के साथ कंबल ओढ़कर मौके पर पहुंचे। जहां CDO और गनर बेहोश पड़े थे। उनका मुंह मिट्टी में धंसा था। ग्रामीणों ने उन्हें चारपाई पर लादकर एक किमी दूर जंगल से बाहर निकाला और फिर ट्रैक्टर और एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया।

वन विभाग ने दी संभावित वजह
वन विभाग का कहना है कि मधुमक्खियां इत्र की खुशबू से आकर्षित होकर आई होंगी। विभाग के अनुसार, "यह भी संभव है कि किसी ने छत्ते के पास छेड़खानी की हो, लेकिन इत्र की खुशबू से आने की संभावना अधिक लगती है।

डेढ़ घंटे मशक्कत करते रहे CDO
CDO कमलाकांत पांडेय ने बताया कि मैं पहाड़ी से नीचे उतर रहा था, तभी अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। कुछ लोग ऊपर भाग गए, मैं और गनर नीचे की ओर चलते रहे। मैं पेट के बल लेट गया, गनर ने मुझे ढंकने की कोशिश की, लेकिन पैर फिसल जाने से वह झाड़ियों में गिर गया। मैं डेढ़ घंटे तक बचने की कोशिश करता रहा, लेकिन बाद में बेहोश हो गया।

अधिकारियों की तलाश में मची अफरा-तफरी
घटना के बाद CDO का मोबाइल बंद था। खोजबीन शुरू हुई, वन विभाग और प्रशासन को सूचना दी गई। ADM (वित्त एवं राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव और SDM चंद्रभूषण सिंह मौके पर पहुंचे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इम्तियाज अहमद भी मेडिकल टीम के साथ वहां पहुंचे और घायलों को अस्पताल भेजा गया।

पहले भी हो चुका है हमला
इस घटना से कुछ दिन पहले ही 25 मई को मधुमक्खियों ने हमला किया था, जिसमें नोडल अधिकारी (रेशम) ADM (नमामि गंगे) राजेश श्रीवास्तव समेत तीन कर्मचारी जख्मी हो गए थे। डॉक्टरों ने श्रीवास्तव के चेहरे से 500 मधुमक्खियों के डंक निकाले और कानों से चार मधुमक्खियां बाहर निकालीं। झांसी मेडिकल कॉलेज में उनका उपचार चल रहा है।

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