पूजा पाल का किससे खतरा?: अखिलेश यादव को पत्र लिख जताई हत्या की आशंका; जानें क्या कहा?

Pooja Pal vs Akhilesh Yadav
Pooja Pal to Akhilesh Yadav : उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले की चायल विधायक पूजा पाल को अपनी हत्या का डर है। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पत्र लिखकर मर्डर की आशंका जताया है। कहा, मेरी साथ किसी प्रकार की अनहोनी होती है तो इसके लिए समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे।
पूजा पाल ने अखिलेश यादव के नाम लिखे पत्र में बताया कि उन्होंने अपने जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया है। कहा, मेरे पति (राजू पाल) के हत्यारों को सजा दिलाना ही मेरे जीवन का अंतिम ध्येय था। उनके हत्यारों को सजा मिल चुकी है। इसलिए अब मुझे मौत भी मिले तो गर्व ही होगा।
Samajwadi Party expelled MLA Pooja Pal writes a letter to Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav
— ANI (@ANI) August 23, 2025
"... it is possible that I too may be murdered like my husband, if this happens, then I demand from the government & administration that the real culprit of my murder should be… pic.twitter.com/1O451HdPai
पूजा पाल ने अखिलेश यादव के उस निर्णय पर भी सवाल उठाए हैं, जिसमें उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है। कहा, सपा सुप्रीमो ने उन्हें बीच रास्ते पर अपमानित करके छोड़ दिया है। मेरे निष्कासन के बाद समाजवादी पार्टी के अपराधी समर्थकों का मनोबल बढ़ा हुआ है। वह मेरे पति की तरह मेरी भी हत्या कर सकते हैं।
पूजा पाल कौन है?
पूजा पाल उत्तर प्रदेश की चायल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की विधायक हैं। अखिलेश यादव ने हाल ही में उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सपा से निष्कासित किया है। राज्यसभा चुनाव में उन पर क्रॉस वोटिंग का आरोप है।
पूजा पाल की शादी 16 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल से हुई थी। 25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद में राजू की हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पूजा पाल ने अतीक अहमद और उनके गुर्गों के खिलाफ FIR दर्ज कराई।
पूजा पाल की पहचान निडर और संघर्षशील महिला नेत्री के रूप में है। पति की हत्या के बाद उन्होंने न सिर्फ सियासत में मजबूत मौजूदगी बनाई। बल्कि, अतीक गैंग से लोहा लेते हुए उसे सजा दिलाने में भी कामयाब रही।
पूजा पाल का राजनीतिक करियर
- 2005 में पति की हत्या के बाद उपचुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं।
- 2007 और 2012 में बसपा के टिकट पर इलाहाबाद (पश्चिम) से विधायक चुनी गईं।
- 2017 में वे दोबारा चुनाव हार गईं।
- 2022 में सपा के टिकट पर कौशांबी की चायल विधानसभा सीट से विधायक बनीं।
