सहारनपुर से पकड़े गए आतंकी डॉ आदिल से खुला राज: निकाह, फरारी की कोशिश और दिल्ली ब्लास्ट का कनेक्शन! पढ़िए विस्तृत रिपोर्ट

एजेंसियां आतंकी डॉ आदिल के संपर्क में आए लोगों के बारे में गहन जांच कर रही है।
सहारनपुर: दिल्ली में हुए कार बम धमाके के बाद, सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्थानीय पुलिस की मदद से आतंकी नेटवर्क से जुड़े डॉ. आदिल अहमद को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था।
आदिल सहारनपुर के एक अस्पताल में कार्यरत था, लेकिन उसकी असल पहचान जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के एक प्रमुख सदस्य के रूप में सामने आई है। इस गिरफ्तारी के बाद पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भागने की फिराक में था आदिल- मां की बीमारी का बनाया था बहाना
जांच एजेंसियों के मुताबिक, डॉ. आदिल अहमद को अपनी गिरफ्तारी की भनक लग गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने एक शातिर चाल चली। उसने अस्पताल प्रशासन को बताया कि उसकी मां गंभीर रूप से बीमार है और उसे तुरंत जम्मू-कश्मीर जाना होगा। वह सहारनपुर से फरार होने की कोशिश में था, लेकिन एजेंसियों ने समय रहते सटीक इनपुट पर कार्रवाई की और उसके भागने की कोशिश को विफल करते हुए उसे हिरासत में ले लिया।
निकाह और संदिग्ध मेहमान- 5 अक्टूबर की दावत शक के घेरे में
डॉ. आदिल अहमद का निकाह 5 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में हुआ था। सुरक्षा एजेंसियों की जांच में यह बात सामने आई है कि इस निकाह समारोह में चुनिंदा लोगों को ही आमंत्रित किया गया था, जिनमें ज्यादातर मुस्लिम डॉक्टर और पेशेवर थे।
एजेंसियां अब इस शादी को संदेह की दृष्टि से देख रही हैं। माना जा रहा है कि यह आतंकी नेटवर्क की एक गुप्त बैठक या संगठन से जुड़े लोगों को एकजुट करने का एक तरीका भी हो सकता है।
सहारनपुर की लीड से फरीदाबाद में मिला विस्फोटक का जखीरा
डॉ. आदिल अहमद राठेर से सहारनपुर में की गई पूछताछ और जांच के दौरान मिले इनपुट्स ने ही सुरक्षा एजेंसियों को इस पूरे आतंकी नेटवर्क के प्रमुख ठिकाने तक पहुंचाया। उसकी निशानदेही पर ही हरियाणा के फरीदाबाद में एक प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल शकील के किराए के घर पर छापेमारी की गई।
इस ठिकाने से लगभग 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, AK-47 जैसी राइफलें और अन्य हथियार बरामद किए गए, जिससे दिल्ली में हुए विस्फोट और देश भर में बड़े आतंकी हमलों की साजिश का पर्दाफाश हुआ।
शिक्षित पेशेवरों का नेटवर्क- सहारनपुर कनेक्शन की गहन जांच
डॉ. आदिल की गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी संगठन अब शिक्षित डॉक्टरों और पेशेवरों को अपने मॉड्यूल में शामिल कर रहे हैं ताकि वे बिना शक के देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर सकें। सहारनपुर में आदिल के संपर्क में आए लोगों और स्थानीय सहयोगियों के बारे में गहन जांच की जा रही है।
सहारनपुर अस्पताल में 7 सहयोगी डॉक्टर रडार पर
सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित फेमस मेडिकेयर अस्पताल में आतंकी डॉ. आदिल अहमद राठेर की गिरफ्तारी के बाद NIA, IB, ATS, LIU और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम ने गहन जांच की। जांच में खुलासा हुआ कि डॉ. आदिल से रात के समय करीब आठ संदिग्ध मुस्लिम लोग नियमित रूप से मिलने आते थे। इसके अलावा, खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने डॉ. आदिल के सात करीबी सहयोगी डॉक्टरों में डॉ. बाबर, डॉ. अहमद, डॉ. मोहम्मद शादाब, डॉ. दानिश, डॉ. मनोज मिश्रा, और डॉ. अंकुर चौधरी समेत अन्य से घंटों पूछताछ की।
सुरक्षा एजेंसियों ने इन सभी डॉक्टरों के बैंक खातों की विस्तृत जानकारी और मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली हैं ताकि आतंकियों को हुई फंडिंग के स्रोत और उनके स्थानीय नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
बाबर ने दिलाई थी किराये की पनाह- मानकमऊ में रोजाना 8 संदिग्धों से होती थी गोपनीय मुलाकात
जांच में यह खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आतंकी डॉ. आदिल अहमद को उसके करीबी सहयोगी डॉ. बाबर ने सहारनपुर के मानकमऊ क्षेत्र में किराये पर मकान दिलाया था। कुतुबशेर थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल के पास जाकिर के मकान में आदिल रहता था।
पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की तो पता चला कि आदिल रोजाना शाम को करीब आठ बजे अस्पताल से लौटता था और उससे मिलने के लिए प्रतिदिन करीब आठ संदिग्ध मुस्लिम लोग आते थे। पुलिस अब आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि इन संदिग्ध मुलाकातियों की पहचान की जा सके। आतंकी संबंध सामने आने के बाद अस्पताल ने डॉ. आदिल को बर्खास्त कर दिया है।
