अयोध्या ने रचा इतिहास: दीपोत्सव से पहले सरयू आरती में 21,000 भक्तों की अभूतपूर्व उपस्थिति

दीपोत्सव की सफलता अयोध्या को धर्म की राजधानी के रूप में विश्व पटल पर पुनः स्थापित करती है।
अयोध्या : अयोध्या, जिसे रामनगरी के नाम से भी जाना जाता है, में आगामी दीपोत्सव से पहले ही उत्साह और भक्ति का नया कीर्तिमान स्थापित होने लगा है। हाल ही में हुए भव्य सरयू आरती समारोह में 21,000 भक्तों की रिकॉर्ड तोड़ उपस्थिति दर्ज की गई है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम आज इस उपलब्धि की आधिकारिक घोषणा करेगी। यह आयोजन धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व के दृष्टिकोण से अयोध्या के बढ़ते वैश्विक प्रोफाइल को मजबूत करता है।
दीपोत्सव का आगाज: सरयू आरती ने बनाया नया विश्व रिकॉर्ड
अयोध्या नगरी एक बार फिर अपनी धार्मिक भव्यता और सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व मंच पर चर्चा का केंद्र बन गई है। इस वर्ष के दीपोत्सव से ठीक पहले, सरयू नदी के तट पर आयोजित महाआरती ने एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। इस भक्तिपूर्ण आयोजन में देश-विदेश से आए 21,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिसने पिछले सभी रिकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया। यह अभूतपूर्व उपस्थिति अयोध्या के आध्यात्मिक महत्व और सांस्कृतिक आकर्षण की बढ़ती वैश्विक पहुँच का प्रमाण है।
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh: Aarti being performed at Saryu Ghat in Ayodhya.
— ANI (@ANI) October 17, 2025
On 19 October, as part of the grand Deepotsav 2025 celebrations, millions of diyas will be lit along the banks of the Saryu River in Ayodhya, and a grand aarti will be performed. pic.twitter.com/giEX7269Sz
आयोजकों ने इस विशाल जनसमूह को व्यवस्थित करने के लिए व्यापक तैयारियां की थीं। सरयू के घाटों को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया गया था, जिससे पूरा वातावरण दैवीय आभा से भर गया था। जैसे ही सैकड़ों दीपकों के साथ आरती शुरू हुई, 21,000 से अधिक लोगों ने एक साथ नदी को नमन किया, जिससे भक्ति और श्रद्धा का एक मनमोहक दृश्य प्रस्तुत हुआ। यह विशाल आरती न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान थी, बल्कि अयोध्या की एकजुटता और सांस्कृतिक गौरव का प्रदर्शन भी थी। इस घटना ने आगामी दीपोत्सव के लिए एक उच्च मापदंड स्थापित कर दिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस वर्ष का उत्सव ऐतिहासिक होने वाला है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की आधिकारिक मुहर और उत्साह
इस ऐतिहासिक उपलब्धि को आधिकारिक तौर पर मान्यता देने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GWR) की एक विशेषज्ञ टीम अयोध्या में मौजूद है। टीम ने सरयू आरती में उपस्थित जनसमूह की गिनती और रिकॉर्डिंग के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया। ड्रोन फुटेज, उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरे, और प्रवेश/निकास बिंदुओं पर लगाई गई स्वचालित गिनती मशीनों के माध्यम से 21,000 भक्तों की संख्या को सटीकता से सत्यापित किया गया है। गिनीज टीम आज, इस रिकॉर्ड-तोड़ उपस्थिति की आधिकारिक घोषणा करने वाली है।
इस घोषणा का रामनगरी के निवासियों और देश भर के भक्तों को बेसब्री से इंतजार है।
इस रिकॉर्ड का बनना अयोध्या के लिए केवल एक संख्यात्मक उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह रामनगरी की बढ़ती वैश्विक पहचान और धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में इसकी मजबूती को दर्शाता है। स्थानीय प्रशासन और धार्मिक संस्थाओं ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की है और इसे दीपोत्सव की सफलता की ओर पहला कदम बताया है। उनका मानना है कि यह रिकॉर्ड अयोध्या को वैश्विक मानचित्र पर और भी अधिक प्रमुखता से स्थापित करेगा, जिससे आने वाले समय में यहाँ धार्मिक पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होगी।
दीपोत्सव 2025 की भव्य तैयारियां और संदेश
सरयू आरती में 21,000 लोगों की रिकॉर्ड उपस्थिति ने आगामी दीपोत्सव 2025 के लिए उत्साह को चरम पर पहुंचा दिया है। अयोध्या प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार इस वर्ष के दीपोत्सव को और भी भव्य और यादगार बनाने की तैयारी में जुटी है। इस वर्ष का मुख्य आकर्षण दीपों की संख्या का पिछला रिकॉर्ड तोड़ना है, जिसमें लाखों दीपों को एक साथ जलाया जाएगा। इसके साथ ही, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, रामलीला मंचन और विदेशी कलाकारों की प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया जा रहा है।
इस विशाल जनसमूह का जुटना यह भी संदेश देता है कि अयोध्या अब सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र बन गया है। दीपोत्सव की सफलता अयोध्या को "धर्म की राजधानी" के रूप में विश्व पटल पर पुनः स्थापित करती है।
