कफ सिरप तस्करी: दुबई नहीं, दिल्ली में छिपा है किंगपिन शुभम जायसवाल; कोर्ट में सरेंडर की तैयारी में

फरार होने के बावजूद, शुभम जायसवाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सक्रिय है।
लखनऊ : वाराणसी में कफ सिरप के अवैध कारोबार के मुख्य सरगना शुभम जायसवाल को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस और जांच एजेंसियों द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि शुभम दुबई भाग गया है और वहीं से अपना नेटवर्क चला रहा है, जबकि सूत्रों के अनुसार वह इस समय नई दिल्ली में छिपा हुआ है।
जांच एजेंसियां लगातार उसकी तलाश कर रही हैं और इसी बीच, शुभम ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें उसने खुद को निर्दोष बताया है और झूठे फंसाए जाने का आरोप लगाया है। खबर है कि शुभम जल्द ही उत्तर प्रदेश की किसी कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की तैयारी में है।
दिल्ली में मौजूदगी और सरेंडर की तैयारी
जांच से जुड़े विभागीय सूत्रों की मानें तो कफ सिरप तस्करी मामले का मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल दुबई में नहीं, बल्कि पिछले लगभग 10 दिनों से नई दिल्ली में है। वह दिल्ली से चंडीगढ़ और हिमाचल भी गया था, लेकिन फिलहाल दिल्ली के एक बड़े अधिवक्ता के संपर्क में है।
पुलिस को भ्रमित करने के लिए उसके दुबई में होने की अफवाह फैलाई गई थी। शुभम अब चार से पांच दिनों के अंदर लखनऊ या प्रयागराज कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी कर रहा है। उसकी मंशा अपने पिता भोला प्रसाद की जमानत जल्द कराने के बाद कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की है।
सोशल मीडिया पर सक्रियता और वीडियो जारी करना
फरार होने के बावजूद, शुभम जायसवाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सक्रिय है। उसने हाल ही में एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें उसने खुद पर लगे सभी आरोपों को नकारा और खुद को पाक-साफ बताया।
उसने वीडियो में कहा कि जिस सिरप को जहरीला बताया जा रहा है, वह नारकोटिक्स नियमों के अधीन नहीं है और न ही यह जहरीली है।
इस वीडियो में शुभम ब्लैक हुडी पहने हुए था, जिसे लेकर पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि दुबई में इतनी ठंड नहीं है कि कोई कमरे के अंदर हुडी पहने, जिससे उसके दिल्ली में छिपे होने की बात को और बल मिलता है।
जांच एजेंसियों की कार्रवाई और अन्य गिरफ्तारियां
कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट के भंडाफोड़ के बाद एसटीएफ और ईडी ने मामले में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। शुभम जायसवाल के पिता भोला प्रसाद को कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था जब वह कथित तौर पर देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे थे।
इसके अलावा, एसटीएफ ने सिंडिकेट के दो प्रमुख सहयोगियों—बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह और अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को भी गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर वाराणसी स्थित शुभम के दो मकानों पर नोटिस भी चस्पा किए हैं।
पूर्वांचल के बड़े नेताओं से कनेक्शन और अन्य मामले
शुभम जायसवाल के सरेंडर की तैयारी के पीछे पूर्वांचल के कुछ बड़े नेताओं का संपर्क भी बताया जा रहा है। उसकी तैयारी कोर्ट में समर्पण करने की है, जिसके बाद कई बड़े राज खुलने की आशंका है, जिससे उसके राजदारों और कुछ प्रशासनिक अधिकारियों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं।
शुभम को वाराणसी, सोनभद्र, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली के अलावा गाजियाबाद की पुलिस भी तलाश कर रही है। अमित सिंह टाटा की गिरफ्तारी के बाद शुभम के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ भी फोटो और वीडियो सामने आए हैं, जो अब जांच एजेंसियों के लिए पड़ताल का विषय बन गए हैं।
