योगी ने देव दीपावली की समीक्षा की: बोले- 'क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी' से अभिभूत होंगे श्रद्धालु!

सीएम योगी ने कहा यह महापर्व सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और आत्मबल का उत्सव है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में 5 नवंबर को होने वाली देव दीपावली 2025 की तैयारियों को लेकर विस्तार से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी की देव दीपावली और अयोध्या का दीपोत्सव अब केवल धार्मिक आस्था के पर्व नहीं रह गए हैं, बल्कि ये उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक छवि के वाहक बन चुके हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि इस वर्ष का आयोजन जनसहयोग, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनना चाहिए। सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि काशी का यह महापर्व सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और आत्मबल का उत्सव है।
भारतीय परंपरा का अनुभव
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि काशी आने वाले हर श्रद्धालु और पर्यटक को यहां की व्यवस्था और पावनता देखकर 'अतिथि देवो भवः' की भारतीय परंपरा का अनुभव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि तैयारियां ऐसी हों कि पर्यटक और श्रद्धालु यहा से 'क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी' की अद्भुत छवि लेकर वापस लौटें और अभिभूत हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ काम करना होगा। उन्होंने घाटों की सफाई, साज-सज्जा और प्रकाश व्यवस्था को त्रुटिहीन रखने पर विशेष जोर दिया, ताकि दुनिया भर से आने वाले आगंतुक अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त करें।
सुरक्षा और यातायात प्रबंधन पर सख्त निर्देश
पर्वों और मेलों के इस उल्लासमय वातावरण में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस को अलर्ट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि असामाजिक और अराजक तत्व इस उत्सव के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं, जिन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। सीएम ने निर्देशित किया कि प्रमुख धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों पर यातायात व्यवस्था इस प्रकार हो कि श्रद्धालुओं और आगंतुकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस और यातायात विभाग को आपसी तालमेल बनाकर भीड़ प्रबंधन और सुगम आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने क्रूज और नौकाओं के संचालन में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
जनसहभागिता और स्वदेशी का संकल्प
मुख्यमंत्री ने देव दीपावली को जन समाज का उत्सव बताते हुए इसमें आम जनता की अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह काशी के लक्खा मेलों में से एक है और इसे राज्य सरकार द्वारा प्रांतीय मेला घोषित किया गया है, जो इसकी महत्ता को दर्शाता है। सीएम ने अधिकारियों से स्थानीय कला, संस्कृति और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भी पहल करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह उत्सव उत्तर प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने का निरंतर कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि काशी की देव दीपावली इस वर्ष भी अपनी भव्यता और दिव्यता से पूरे विश्व को आकर्षित करेगी और एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
