गड्ढा मुक्ति अभियान: मां दुर्गा विसर्जन से पहले चमकेगी यूपी की सड़कें! सरकार ने जारी किया 400 करोड़

सीएम योगी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि मां दुर्गा के विसर्जन से पहले सभी प्रमुख सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों को देखते हुए एक सराहनीय पहल की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दुर्गा पूजा पंडालों और प्रतिमा विसर्जन के मार्गों को 2 अक्टूबर तक हर हाल में गड्ढा मुक्त किया जाए। यह फैसला न केवल श्रद्धालुओं के लिए राहत भरा है।पीडब्ल्यूडी ने इस काम को 'युद्धस्तर' पर चलाने का आश्वासन दिया है और इसके लिए 400 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं।
सड़कों की वर्तमान स्थिति गंभीर
उत्तर प्रदेश में कुल 4,35,772.49 किलोमीटर सड़कें हैं, जिनमें से 53,521.79 किलोमीटर सड़कें इस बारिश में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। 17 सितंबर को मुख्यमंत्री ने एक समीक्षा बैठक के दौरान इन क्षतिग्रस्त सड़कों को त्योहारों से पहले ठीक करने का निर्देश दिया था। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि अब तक केवल 11,908.72 किलोमीटर सड़कों की ही मरम्मत हो पाई है, जबकि 41,613.07 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत अभी बाकी है। यह धीमी गति सरकार के दावों और जमीनी हकीकत के बीच एक बड़ा अंतर दिखाती है।
विभागीय प्रदर्शन: कौन कितना आगे?
सड़क मरम्मत का काम केवल पीडब्ल्यूडी के जिम्मे नहीं है, बल्कि इसमें कई अन्य विभाग भी शामिल हैं। विभिन्न विभागों के प्रदर्शन में भारी असमानता देखने को मिली है:
मंडी परिषद: इस विभाग ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें 63.53% क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत हो चुकी है।
ग्राम्य विकास : यह विभाग भी अच्छा काम कर रहा है और 62.57% सड़कों को ठीक कर चुका है।
आवास एवं शहरी नियोजन विभाग: इस विभाग ने 74.64% सड़कों को गड्ढा मुक्त किया है, जो एक सराहनीय प्रयास है।
नगर विकास विभाग: 48.10% सड़कों की मरम्मत हुई है।
सिंचाई विभाग: यह सबसे पीछे है, जिसने केवल 5.52% सड़कों की मरम्मत की है।
पंचायती राज: इस विभाग का प्रदर्शन भी काफी निराशाजनक है, जिसने केवल 11.08% सड़कों को ठीक किया है।
पीडब्ल्यूडी का दावा
लोक निर्माण विभाग का कहना है कि विभाग ने अपनी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए 400 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। उनका कहना है कि मरम्मत का काम 'युद्धस्तर' पर चल रहा है। उन्होंने विशेष रूप से यह भी आश्वासन दिया है कि दुर्गा प्रतिमा पंडालों और विसर्जन मार्गों को 2 अक्टूबर से पहले हर हाल में गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा। यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दुर्गा पूजा के दौरान इन मार्गों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है, और खराब सड़कें दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं।
दुर्गा विसर्जन मार्ग, क्यों है विशेष
दुर्गा पूजा और दशहरा उत्तर प्रदेश के प्रमुख त्योहारों में से हैं। इस दौरान लाखों लोग दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना करते हैं और फिर उनका विसर्जन करते हैं। विसर्जन जुलूस अक्सर संकीर्ण और प्रमुख मार्गों से गुजरते हैं। यदि ये रास्ते गड्ढों से भरे हों, तो न केवल जुलूस में बाधा आ सकती है, बल्कि वाहनों और लोगों के लिए भी खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए, सरकार का यह फैसला कि इन मार्गों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जाए, एक स्वागत योग्य कदम है। यह दिखाता है कि सरकार त्योहारों के दौरान जनता की सुरक्षा और सुविधा को लेकर संवेदनशील है।
आगे की राह- क्या 15 नवंबर का लक्ष्य होगा पूरा?
हालांकि सरकार और पीडब्ल्यूडी ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है, लेकिन 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का लक्ष्य एक बड़ी चुनौती है। 41,613.07 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत, जिसमें से अकेले पीडब्ल्यूडी को 38,684.08 किलोमीटर सड़कें ठीक करनी हैं, बहुत कम समय में एक बड़ा काम है।
