आखिर कैसे: बदायूं के ईंट भट्ठे पर आसमान से गिरी बर्फ की सिल्ली, मजदूरों में दहशत; प्रशासन ने शुरू की जांच

अधिकारियों ने फिलहाल लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में रविवार की सुबह एक हैरान कर देने वाली घटना ने सबको चौंका दिया। बिल्सी क्षेत्र के एक ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूर उस समय दहशत में आ गए जब साफ आसमान से अचानक बर्फ का एक भारी-भरकम टुकड़ा तेज़ी से ज़मीन पर आ गिरा।
यह घटना उस समय हुई जब भट्ठे पर कई लोग अपनी दिनचर्या के काम में व्यस्त थे। बर्फ की सिल्ली जिस स्थान पर गिरी, वहा से कुछ ही दूरी पर मजदूर मौजूद थे, जिससे वे बाल-बाल बच गए। इस असामान्य घटना के बाद स्थानीय लोगों में कौतूहल और डर का माहौल है, और स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
घटना का विवरण और मजदूरों का बयान
यह अजीबोगरीब घटना बिल्सी के पास स्थित बाबा ईंट भट्ठे पर सुबह के समय हुई। मजदूरों ने बताया कि जब बर्फ का यह विशालकाय टुकड़ा गिरा तो ऐसा लगा जैसे कोई बड़ा धमाका हुआ हो। जिस समय यह घटना हुई, मजदूर वीर सिंह सहित कई लोग ईंट पाथने का काम कर रहे थे।
बर्फ का टुकड़ा उनके काम करने की जगह से महज़ कुछ फीट की दूरी पर गिरा और ज़मीन से टकराते ही उसके कई छोटे-बड़े हिस्से बिखर गए। मजदूरों ने बताया कि उन्होंने आसमान में न तो बादल देखे और न ही ओलावृष्टि का कोई संकेत था, इसलिए इतनी बड़ी सिल्ली का अचानक गिरना उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था।
घटना के बाद घबराए हुए मजदूर तुरंत घटनास्थल से दूर भाग गए और देखते ही देखते मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई।
प्रशासन ने दिए जांच के निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत ईंट भट्ठे पर पहुंची और मौके का मुआयना किया। पुलिस ने मजदूरों और आसपास के लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की और बर्फ के टुकड़ों की जांच की।
स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी यह देखकर हैरान थे कि इतनी बड़ी बर्फ की सिल्ली आखिर कहा से आई। मामले की गंभीरता को देखते हुए, उप-जिलाधिकारी ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन अब इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि यह किसी विमान से गिरा मलबा है या कोई अत्यंत दुर्लभ प्राकृतिक घटना तो नहीं। अधिकारियों ने फिलहाल लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
'ब्लू आइस' के रूप में संभावित कारण
इस तरह की दुर्लभ घटनाए जहा साफ़ आसमान से बर्फ के बड़े टुकड़े गिरते हैं, उन्हें अक्सर वैज्ञानिक रूप से 'ब्लू आइस' के नाम से जाना जाता है। इस घटना का सबसे संभावित कारण यह माना जाता है कि ऊंचाई पर उड़ रहे हवाई जहाजों के शौचालय या अपशिष्ट टैंक से पानी का रिसाव होता है।
यह पानी वायुमंडल की अत्यधिक ठंडी ऊपरी परतों में जम जाता है और यह जमी हुई बर्फ जब टूटकर नीचे गिरती है तो उसे ब्लू आइस कहा जाता है। हालांकि, आधुनिक विमानों में ऐसे रिसाव को रोकने के लिए कई सुरक्षात्मक उपाय किए जाते हैं, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण ऐसी घटनाए हो सकती हैं।
चुंकि बदायूं के इस क्षेत्र में किसी भी तरह की ओलावृष्टि की सूचना नहीं थी, इसलिए शुरुआती तौर पर प्रशासन का ध्यान विमान से संबंधित एंगल पर केंद्रित है।
