अयोध्या: एक ही घर में 18 महीने में हुए दो बार के धमाकों में अब तक 8 लोगों की मौत! पढिए पूरी स्टोरी

Ayodhya blast 8 dead
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यह घटना क्षेत्र में पांच दिन के भीतर दूसरा विस्फोट है, जो सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।

अयोध्या के पगलाभारी गांव में रामकुमार गुप्ता के घर हुए भीषण विस्फोट में तीन मासूम बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई।18 महीने पहले भी इसी घर में विस्फोट हुआ था, जिसमें मां और पत्नी समेत तीन लोगों की जान चली गई थी। जिससे अब तक इस घर में आठ लोगों की मौत हो चुकी है।

अयोध्या : अयोध्या जिले में हुए एक और भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया है। अयोध्या की रामनगरी में भदरसा-भरतकुंड नगर पंचायत के पगलाभारी गांव में रामकुमार गुप्ता के घर हुए इस धमाके में तीन मासूम बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हो गई। यह दिल दहला देने वाली घटना इसलिए भी चौंकाने वाली है क्योंकि सिर्फ 18 महीने पहले भी इसी घर में इसी तरह का विस्फोट हुआ था, जिसमें मां और पत्नी समेत तीन लोगों की जान चली गई थी। इन दो धमाकों में रामकुमार का पूरा परिवार खत्म हो गया, कुल आठ मौतें हुई है ।

पगलाभारी गांव में फिर गूंजी मौत की आवाज

पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पगलाभारी गांव में हुए इस ताजा धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक सुनी गई। मकान की एक-एक ईंट बिखर गई और दो मंजिला घर मलबे के ढेर में तब्दील हो गया। देर रात तक पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर कैंप किए रहे, और डॉग स्क्वायड की मदद से मलबे में तलाशी अभियान चलाया जाता रहा। गांव में अफरातफरी का माहौल रहा और ग्रामीणों की भारी भीड़ देर रात तक मौके पर डटी रही। इस घटना ने एक बार फिर अवैध कारोबार और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

18 महीने पहले भी हुआ था ऐसा ही दर्दनाक हादसा

यह पहली बार नहीं है जब रामकुमार गुप्ता का घर विस्फोट की चपेट में आया हो। पगलाभारी गांव में 13 अप्रैल 2024 को भी इसी मकान में भीषण विस्फोट हुआ था। उस समय भी दो मंजिला मकान पूरी तरह धराशायी हो गया था। उस हादसे में रामकुमार की मां और पत्नी के साथ-साथ, घर की आटा चक्की पर आटा लेने आई पड़ोसी गांव की 19 वर्षीय लड़की प्रियंका की भी मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने उस समय भी हादसे की मुख्य वजह अवैध पटाखों का भंडारण बताया था।

पटाखों का अवैध कारोबार बनी परिवार की कब्र

वर्ष 2024 में हुए पहले विस्फोट के बाद रामकुमार गुप्ता ने कबूल किया था कि वह पटाखों का अवैध कारोबार करता है। वह एक साथ भारी मात्रा में पटाखे खरीदकर अपने घर पर जमा कर लेता था और वहीं से उनकी बिक्री करता था। हालांकि, पहले हादसे के बाद भी रामकुमार ने पुलिस के सामने सिलेंडर फटने की बात कही थी, लेकिन पुलिस को जांच में मौके से सिलेंडर के टुकड़े नहीं मिले थे। ग्रामीणों का तो यह भी कहना है कि इससे पहले भी तीन बार रामकुमार के घर पर विस्फोट हो चुके थे।

5 दिन में दो हादसे, सुरक्षा पर गंभीर सवाल

अयोध्या क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर यह घटना एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है, खासकर इसलिए क्योंकि सिर्फ पांच दिन के भीतर बीकापुर और पूरा कलंदर थाना क्षेत्रों में धमाके की दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। दोनों ही मकान धराशायी हो गए और दोनों में कुल छह लोगों की जान चली गई। पगलाभारी गांव की घटना से पहले, 5 अक्टूबर को बीकापुर कोतवाली के सामने जाना बाजार रोड पर भी एक मकान धमाके के साथ गिर गया था, जिसमें 24 वर्षीय श्रवण यादव की मौत हो गई थी, और दो अन्य घायल हुए थे। एक ही क्षेत्र में बार-बार ऐसी घटनाओं का होना स्थानीय प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता को दर्शाता है, जिन पर अवैध कारोबार को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी है।

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