'PDA' मतलब सिर्फ परिवारवाद: लखनऊ में बोले पंकज चौधरी, अटल स्मृति दिवस पर भाजपा रचेगी नया इतिहास

अखिलेश यादव के PDA' फॉर्मूले पर पंकज चौधरी ने इसे 'पारिवारिक दलों का गठबंधन' बताया।
लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित एक भव्य प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदेशाध्यक्ष पंकज चौधरी ने विपक्षी खेमे पर जमकर प्रहार किया।
उत्तर प्रदेश को भारतीय राजनीति की धुरी बताते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा आगामी दिनों में न केवल संगठन को और धार देगी, बल्कि विपक्षी दलों के 'चुनावी प्रोपेगेंडा' का पर्दाफाश भी करेगी।
उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा साझा की।
कार्यकर्ताओं का मान और समावेशी कार्यशैली
पंकज चौधरी ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को सर्वोपरि बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष होना उनके लिए न केवल सम्मान बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनकी कार्यशैली सबको साथ लेकर चलने की है। "मैं कल भी कार्यकर्ता था, आज भी हूँ और कल भी रहूँगा," इन शब्दों के साथ उन्होंने स्पष्ट किया कि वे जमीन पर उतरकर कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे ताकि संगठन की जड़ों को और मजबूत किया जा सके।
अटल स्मृति दिवस - जिलों में पहुंचेगी भाजपा की विचारधारा
पार्टी की आगामी गतिविधियों पर चर्चा करते हुए पंकज चौधरी ने घोषणा की कि 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में 'अटल स्मृति दिवस' का आयोजन भव्य स्तर पर किया जाएगा।
यह कार्यक्रम केवल औपचारिक नहीं होगा, बल्कि इसके माध्यम से हर जिले में पार्टी के सिद्धांतों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विजन को आम जनमानस तक पहुंचाया जाएगा। भाजपा इस सप्ताह को एक उत्सव और जन-संपर्क अभियान के रूप में मनाएगी।
एसआईआर अभियान और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया
मतदाता पुनरीक्षण और जमीनी फीडबैक को लेकर पंकज चौधरी ने 'एसआईआर' के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भाजपा इस पर पहले से सक्रिय है और अब इसे और तेज किया जाएगा।
पार्टी कार्यकर्ताओं का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना होगा कि चुनाव आयोग की मतदाता सूची पूरी तरह त्रुटिहीन हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि "कोई सही नाम छूटे नहीं और कोई गलत नाम जुड़े नहीं" के संकल्प के साथ भाजपा जनता के बीच जाएगी ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।
सपा के PDA पर प्रहार - 'अपनों का भला, और सब किनारे'
समाजवादी पार्टी के 'PDA' फॉर्मूले पर पंकज चौधरी ने इसे 'पारिवारिक दलों का गठबंधन' बताया।
उन्होंने तीखा सवाल पूछा कि जब अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब आजम खान जैसे वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी के बावजूद PDA के सिद्धांतों को दरकिनार क्यों किया गया?
उन्होंने तंज कसा कि सपा का PDA समय और सुविधा के अनुसार बदलता रहता है, जबकि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जहां समय-समय पर होने वाले बदलाव संगठन की गतिशीलता और आंतरिक लोकतंत्र का प्रमाण हैं।
