अयोध्या दीपोत्सव 2025: विदेशी कलाकारों से सजेगी रामलीला का मंच! पांच देशों के कलाकार लेंगे हिस्सा

अयोध्या का यह दीपोत्सव और रामलीला अपनी अलौकिक आभा से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि पा चुका है।
आयोध्या : इस वर्ष अयोध्या का दीपोत्सव पहले से कहीं अधिक भव्य होने वाला है, जिसमें विदेशी रामलीला का मंचन मुख्य आकर्षण होगा। भगवान राम के वनवास से लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले इस दीपोत्सव में दर्शकों को दीपों की आभा के साथ-साथ भगवान श्रीराम के जीवन मूल्यों और आदर्शों पर आधारित नाट्य प्रस्तुतियों का आनंद लेने का मौका मिलेगा। नौवें संस्करण के इस उत्सव में थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका, नेपाल और रूस जैसे पांच देशों के कलाकार अपनी शैली में रामलीला प्रस्तुत करेंगे। पिछले वर्ष कंबोडिया ने प्रस्तुति दी थी, जिसके स्थान पर इस बार श्रीलंका के कलाकार अपनी रामलीला से परिचित कराएंगे।
आयोजन और संयोजन
विदेशी कलाकारों की नाट्य प्रस्तुति के लिए रामकथा पार्क में विशेष रूप से मंच सजाया जाएगा और भव्य प्रकाश व्यवस्था का उपयोग किया जाएगा। विदेशी कलाकार दीपोत्सव के एक या दो दिन पहले ही रामकथा पार्क पहुँच जाएंगे। इस पूरे कार्यक्रम का संयोजन अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान कर रहा है। इस वर्ष विदेशी रामलीला में एक ऐसे देश को जोड़ा गया है जिसका भगवान श्रीराम से गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव रहा है। देसी रामलीलाओं के साथ-साथ विदेशी रामलीलाएं इस आयोजन की अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि का प्रमुख कारण रही हैं।
प्रदर्शनी और रूस का विशेष प्रतिनिधित्व
अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान दीपोत्सव के दिन रामकथा पार्क के पास एक प्रदर्शनी भी लगाएगा। इस स्टॉल पर देसी और विदेशी रामलीलाओं से जुड़ी वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी, जिनमें मुखौटे, तलवार, गदा, धनुष जैसे हैंड प्रॉप्स, पेंटिंग और पुस्तकें शामिल होंगी। इस वर्ष दीपोत्सव में रूस के कलाकारों का प्रतिनिधित्व रशियन-इंडियन फ्रेंडशिप सोसाइटी 'दिशा' करेगी। 'दिशा रामलीला' की यह प्रस्तुति पद्मश्री गत्रादी मिखाइलोविच पेचनिकोव की स्मृति को समर्पित होगी, जिन्होंने लगभग दो दशकों तक रामलीला का मंचन किया था। 'दिशा रामलीला' का मंचन पहले भी अयोध्या और प्रयागराज के कुंभ मेले में हो चुका है। इन प्रस्तुतियों के अतिरिक्त, स्थानीय कलाकार भी अपनी शैली से दर्शकों को परिचित कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर सजाए गए छोटे-छोटे मंचों पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
