प्रोफेसर से टेरर लिंक तक: लखनऊ में डॉ परवेज के घर ATS की छापेमारी, सहारनपुर कनेक्शन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से मिले बड़े सुराग

डॉ. परवेज अंसारी लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात था।
लखनऊ : दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट के बाद फरीदाबाद मॉड्यूल के खुलासे के तार लखनऊ तक पहुंच गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार सुबह उत्तर प्रदेश एटीएस, जम्मू-कश्मीर पुलिस और लखनऊ पुलिस की संयुक्त टीम ने आईआईएम रोड स्थित मड़ियांव मुत्तकीपुर इलाके में रहने वाले डॉ परवेज अंसारी के घर पर बड़ी कार्रवाई की।
यह छापेमारी सुबह 6 बजे शुरू हुई और लगभग छह घंटे तक जारी रही, जिसमें 40 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। यह कार्रवाई आतंकवाद विरोधी कानून (UAPA) के तहत दर्ज की गई है।

घर से बरामद हुए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और अहम दस्तावेज
छापेमारी के दौरान डॉ. परवेज अंसारी के घर से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए गए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, टीम ने कई संदिग्ध दस्तावेज, एक हार्ड डिस्क, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और 6 कीपैड मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जब्त किए गए इन उपकरणों की अब फोरेंसिक जांच की जाएगी ताकि इनके अंदर छिपाए गए डेटा से आतंकी मॉड्यूल के पूरे नेटवर्क, फंडिंग और अगले संभावित ठिकानों का पता लगाया जा सके।
सहारनपुर कनेक्शन बना शक की सबसे बड़ी वजह
डॉ. परवेज का सहारनपुर से जुड़ाव जांच एजेंसियों के लिए सबसे बड़ा सुराग बन गया है। एटीएस को उनके घर से एक कार मिली, जिसका रजिस्ट्रेशन सहारनपुर आरटीओ से कराया गया था। यह संयोग महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी मॉड्यूल में गिरफ्तार किया गया एक अन्य डॉक्टर आदिल अहमद भी सहारनपुर का ही निवासी है। जांच एजेंसियां इस बात की गहराई से पड़ताल कर रही हैं कि क्या सहारनपुर के इन दोनों डॉक्टरों परवेज और आदिल के बीच कोई पुराना संपर्क या साजिश में तालमेल था।
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से जुड़ाव और संदिग्धों से तालमेल
लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के मेडिसिन विभाग से डॉ. परवेज अंसारी का जुड़ाव भी संदेह के घेरे में है। उसकी बरामद कार पर भी यूनिवर्सिटी का कार पास लगा हुआ मिला है। एटीएस अब यूनिवर्सिटी में उसके कार्यकाल, उनके सहयोगियों और पिछले कुछ समय में उसके संपर्क में आए संदिग्ध लोगों की जानकारी जुटा रही है। पड़ोसियों ने बताया कि परवेज अकेले रहता था और काफी गुमसुम स्वभाव का था, जिससे उसका एकांत जीवन भी अब जांच का विषय बन गया है।
दिल्ली धमाके के बाद परवेज हिरासत में-आगरा कनेक्शन की जांच शुरू
दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोटक धमाके की जांच तेज होने के बाद खुफिया एजेंसियों ने डॉ. परवेज शाहिद अंसारी को लखनऊ से हिरासत में ले लिया है। परवेज, दिल्ली धमाके की संदिग्ध डॉ. शाहीन शाहिद का सगा भाई है।
हिरासत में लिए जाने के बाद एजेंसियां परवेज से पूछताछ कर रही हैं और खासकर उसके शैक्षिक रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। परवेज ने 2015 में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से एमडी की डिग्री हासिल की थी। अब एजेंसियां इस बात की गहनता से जांच कर रही हैं कि क्या परवेज का आगरा से कोई सक्रिय संपर्क या आतंकी नेटवर्क बना हुआ था।
कौन है डॉ. परवेज अंसारी और आतंकी शाहीन से उसका रिश्ता?
डॉ. परवेज अंसारी लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात था। वह फरीदाबाद मॉड्यूल की मुख्य संदिग्ध डॉ. शाहीन सईद का छोटा भाई हैं, जिसे कुछ समय पहले ही गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों को शक है कि परवेज के तार केवल अपनी बहन से ही नहीं, बल्कि मॉड्यूल में शामिल अन्य गिरफ्तार डॉक्टरों जैसे डॉ. आदिल अहमद से भी जुड़े हैं।
परवेज पर आतंकवादी नेटवर्क को किसी न किसी तरह की सहायता देने का संदेह भी है।
