दिल्ली ब्लास्ट: एनआईए के इनपुट पर उत्तर प्रदेश में बड़ा एक्शन, 10 से ज्यादा डॉक्टर रडार पर

एनआईए के इनपुट पर उत्तर प्रदेश में बड़ा एक्शन, 10 से ज्यादा डॉक्टर रडार पर
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एनआईए की एक टीम यूपी आकर इस मामले की नए सिरे से पड़ताल शुरू करेगी, जिसमें यूपी एटीएस उनका सहयोग करेगी।

दिल्ली ब्लास्ट मामले में एनआईए के इनपुट पर यूपी एटीएस ने बहराइच समेत कई जिलों में 10 से अधिक डॉक्टरों से पूछताछ की। ये डॉक्टर मुजम्मिल, शाहीन और आदिल के संपर्क में थे।

लखनऊ : दिल्ली में हुए बम धमाके के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपे जाने के बाद, जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़े संदिग्धों के उत्तर प्रदेश कनेक्शन को खंगालने के लिए यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।

एनआईए से मिले इनपुट के आधार पर बहराइच, अलीगढ़, नोएडा, सहारनपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल और मुजफ्फरनगर सहित प्रदेश के करीब आधा दर्जन जिलों में 10 से अधिक डॉक्टरों से पूछताछ की गई है।

ये सभी डॉक्टर मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. शाहीन और डॉ. आदिल के सीधे संपर्क में थे, हालांकि एटीएस ने अभी तक पूछताछ के बाद किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।

मुरादाबाद के तीन डॉक्टरों पर गहराया शक

जांच के दौरान मुरादाबाद के तीन डॉक्टरों की गतिविधियां सबसे अधिक संदिग्ध पाई गई हैं, जिनकी गहनता से पड़ताल की जा रही है। इन डॉक्टरों को लखनऊ स्थित एटीएस मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है क्योंकि ये भी डॉ. मुजम्मिल और डॉ. आदिल के संपर्क में थे और दिल्ली घटना के बाद इन्होंने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था।

इसके अलावा, एटीएस को पता चला है कि पिछले महीने इन तीनों डॉक्टरों की लोकेशन फरीदाबाद में भी ट्रेस हुई थी, जिसके कारण उन पर जांच का शिकंजा और कस गया है।

सबूत NIA को सौंपे गए, जल्द होगी नई पड़ताल

यूपी एटीएस ने अपनी जांच के दौरान डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज के घर से जो भी सबूत बरामद किए थे, वे सभी अब एनआईए के हवाले कर दिए गए हैं।

हालांकि एनआईए ने अभी तक इस मामले में अलग से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है, लेकिन वह अब एटीएस द्वारा सौंपे गए सबूतों और केस प्रॉपर्टी के आधार पर ही अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी। इसके अतिरिक्त, सहारनपुर में चिह्नित वाहनों और डॉ. परवेज की जब्त कार से जुड़ी रिपोर्ट भी जल्द ही एनआईए को भेजी जाएगी।

जांच को नई दिशा देने के लिए एनआईए की एक टीम जल्द ही उत्तर प्रदेश आकर इस मामले की नए सिरे से पड़ताल शुरू करेगी, जिसमें यूपी एटीएस उनका सहयोग जारी रखेगी।

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