योगी सरकार: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन और वेतन वृद्धि की सौगात, स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार पर जोर

UP: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन और वेतन वृद्धि की सौगात, स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार पर जो
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए बुधवार, 17 सितंबर को बड़ी सौगात का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यभर की आंगनबाड़ी सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने के उद्देश्य से स्मार्टफोन योजना और वेतन वृद्धि की घोषणा की। इस कदम का मकसद न केवल कार्यकर्ताओं की कार्यशैली को आधुनिक बनाना है बल्कि महिलाओं की भूमिका को और मजबूत करना भी है।
सरकार का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महिलाओं और बच्चों की देखभाल में सबसे अहम भूमिका निभाती हैं, इसलिए उन्हें सुविधाओं और संसाधनों से सशक्त करना प्राथमिकता है।
यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत के मौके पर की गई। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण तभी संभव है जब उच्च स्तर पर काम कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आधुनिक साधन और उचित पारिश्रमिक उपलब्ध कराया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए तकनीकी सशक्तिकरण
उत्तर प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन योजना के तहत मोबाइल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इन स्मार्टफोन्स के जरिए कार्यकर्ताओं को बच्चों और महिलाओं से संबंधित डेटा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और समय पर रिपोर्टिंग में सुविधा मिलेगी।
सरकार का मानना है कि तकनीकी सहयोग से कार्यक्षमता में तेजी आएगी और लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ जल्दी और पारदर्शी तरीके से पहुंचेगा।
वेतन वृद्धि और समय पर भुगतान की गारंटी
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा भी इस योजना का अहम हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब समय पर वेतन का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही नियमित प्रशिक्षण और स्किल अपग्रेडेशन कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे, ताकि कार्यकर्ता आधुनिक जरूरतों के हिसाब से सेवाएं प्रदान कर सकें। इस कदम से न केवल कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा बल्कि महिला सशक्तिकरण को भी नई दिशा मिलेगी।
स्वास्थ्य शिविर और मुफ्त जांच सुविधाएं
अभियान के तहत राज्य के सभी 75 जिलों में 20,000 से अधिक स्वास्थ्य शिविर शुरू किए गए हैं। इन शिविरों में महिलाओं और बच्चों के लिए रक्त जांच, रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, एनीमिया और टीबी जैसी बीमारियों की मुफ्त जांच सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा, 500 से अधिक रक्तदान शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व देखभाल और बच्चों के टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने की व्यवस्था की गई है।
महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
सरकार का जोर केवल स्वास्थ्य सेवाओं पर ही नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता पर भी है। प्रदेश में वर्तमान समय में लगभग 1.89 लाख आंगनबाड़ी केंद्र और 10 लाख स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं।
इन समूहों की मदद से एक करोड़ से अधिक महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हुई हैं। इसके साथ ही टीएचआर संयंत्रों से जुड़ी 60,000 महिलाएं हर महीने औसतन 8,000 रुपये कमा रही हैं। यह पहल महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा और समाज में नई पहचान देने की दिशा में बड़ा कदम है।
स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान और राष्ट्रीय पोषण माह
‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ और ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ का लक्ष्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को मजबूत करना है। सरकार का कहना है कि अगर महिलाएं स्वस्थ होंगी तो परिवार और समाज भी मजबूत बनेंगे।
इसी सोच के साथ 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, पोषण संबंधी जानकारी और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन प्रयासों से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि समाज को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी बड़ा कदम उठेगा।
