छठ महापर्व: गोरखपुर में 400 से ज़्यादा छठ घाटों पर जुटेगी आस्था, सुरक्षा के लिए ड्रोन तैनात

गोरखपुर में कुल 1145 स्थानों पर छठ पूजा होनी है, जिनमें नगर क्षेत्र के 181 घाट शामिल हैं।
गोरखपुर : गोरखपुर शहर में आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नगर निगम और प्रशासन के समन्वय से इस बार शहर के 400 से अधिक घाटों और जलाशयों पर पूजा का भव्य आयोजन किया जा रहा है, जिनमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्र दोनों शामिल हैं। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और सुविधा के कड़े प्रबंध किए हैं। प्रमुख घाटों जैसे राजघाट के गुरु गोरखनाथ घाट पर विशेष इंतज़ाम किए गए हैं, जहां 16 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। घाटों पर बैरिकेडिंग, पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था, और यातायात प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है ताकि व्रतियों को किसी तरह की असुविधा न हो।
छठ पूजा: गोरखपुर में आस्था का सैलाब
छठ महापर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। जनपद में कुल 1145 स्थानों पर प्रमुख रूप से छठ पूजा होनी है, जिनमें नगर क्षेत्र के 181 घाट शामिल हैं। एसएसपी ने सभी नोडल अधिकारियों और थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के छठ घाटों का भौतिक सत्यापन करें। भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही है, खासकर राजघाट जैसे अति महत्वपूर्ण स्थानों पर। सुरक्षा व्यवस्था में 6 एसपी, 13 सीओ और सभी थानों के थानाध्यक्षों सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
घाटों पर सुविधाओं का विशेष ध्यान
श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए घाटों पर पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। नगर निगम यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी घाटों पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रहे और वे प्लास्टिक मुक्त रहें। नदियों और तालाबों के किनारे स्थित घाटों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित दूरी पर रह सकें। इसके अलावा, व्रतियों और उनके परिजनों को अंधेरे में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। जगह-जगह स्वयंसेवकों को भी तैनात किया गया है जो श्रद्धालुओं की सहायता करेंगे और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करेंगे।
भक्तिमय माहौल और लोकगीतों की गूंज
छठ महापर्व के आगमन के साथ ही गोरखपुर का वातावरण भक्ति और आस्था से सराबोर हो गया है। व्रती महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले पारंपरिक छठ लोकगीतों की गूंज हर गली और घाट पर सुनाई दे रही है। इस पर्व में सूर्य देव और छठी मैया की उपासना की जाती है।
