झालावाड़ के बाद उदयपुर में स्कूल की छत ढही: बड़ा हादसा टला, जर्जर स्कूल भवनों पर फिर उठे सवाल

Rajasthan School Collapse: झालावाड़ जिले के पिपलोदी में शासकीय स्कूल की छत गिरने के बाद एक और नया मामला उदयपुर से सामने आया है। यहां वल्लभनगर उपखंड की ग्राम पंचायत धमानिया स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, रूपावली के स्कूल की छत अचानक भरभरा कर गिर गई। गनीमत रही कि इस दौरान स्कूल में अवकाश होने के कारण कोई छात्र या शिक्षक मौजूद नहीं था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
90 बच्चे करते हैं पढ़ाई
जानकारी के अनुसार विद्यालय में कक्षा 1 से 8वीं तक लगभग 90 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। यदि यह घटना किसी कार्यदिवस को होती, तो जानमाल की गंभीर हानि हो सकती थी। यह घटना हाल ही में झालावाड़ के पीपलोदी गांव में स्कूल की छत गिरने से हुए सात बच्चों की मौत के बाद सामने आई है, जिससे राज्य में जर्जर स्कूल भवनों को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
पहले भी दी गई थी चेतावनी
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय की दयनीय स्थिति को लेकर कई बार शिक्षा विभाग और संबंधित जनप्रतिनिधियों को सूचित किया गया था। ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर भवन की मरम्मत की मांग की थी, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई। हाल ही में पीपलोदी में हुई त्रासदी के बाद भी रूपावली गांव में चेतावनी के रूप में प्रदर्शन किया गया था।
सूचना पहले ही दे दी गई थी
विद्यालय के प्रधानाध्यापक फतह सिंह झाला ने बताया कि विद्यालय भवन की जर्जर स्थिति की सूचना पहले ही विभाग को दे दी गई थी। मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी थी, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो पाया। उन्होंने स्वीकार किया कि समय पर मरम्मत होती तो यह स्थिति नहीं बनती।
सभी स्कूल भवनों का हो तत्काल निरीक्षण
इस घटना के बाद क्षेत्र के अभिभावकों और ग्रामीणों ने मांग की है कि जिले के सभी पुराने और जर्जर स्कूल भवनों का तत्काल निरीक्षण किया जाए और जरूरी मरम्मत कार्य शीघ्र प्रारंभ हो। पीपलोदी जैसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए शिक्षा विभाग को संवेदनशीलता और तत्परता दिखाने की जरूरत है।
