Rajasthan Weather Update: राजस्थान के कई जिलों में लू का रेड अलर्ट, इन इलाकों में बारिश की संभावना, जानें अपडेट

राजस्थान मौसम का हाल
Rajasthan Weather Update: राजस्थान में भीषण गर्मी का कहर लोगों को परेशान कर रखा है। मौसम विभाग ने भी लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में लू का प्रभाव देखने को भी मिल रहा है। वहीं कुछ इलाकों में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई जिले जैसे बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर और जोधपुर में लू का भीषण प्रकोप रहेगा। वहीं प्रदेश के कुछ हिस्सों के मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। इन इलाकों में दोपहर बाद आंधी के साथ बारिश भी होने की संभावना है।
बीकानेर, जोधपुर संभाग के क्षेत्र में आगामी तीन दिन हीटवेव व तीव्र हीटवेव का दौर जारी रहने तथा कहीं-कहीं अधिकतम तापमान 46-48 डिग्री दर्ज होने की प्रबल संभावना है। पूर्वी राजस्थान में 23 मई से व पश्चिमी राज में 24 मई से मेघगर्जन, आंधी (50-60Kmph), हल्की बारिश होने की संभावना है। pic.twitter.com/seNY7dtSxK
— मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (@IMDJaipur) May 22, 2025
3 दिनों तक रहेगा हीटवेव का असर
मौसम विभाग ने बीकानेर, जोधपुर संभाग के क्षेत्र में आगामी तीन दिन हीटवेव व तीव्र हीटवेव का दौर जारी रहने तथा कहीं-कहीं अधिकतम तापमान 46-48 डिग्री दर्ज होने की प्रबल संभावना जताई है। वहीं पूर्वी राजस्थान में 23 मई से व पश्चिमी राज में 24 मई से मेघगर्जन, आंधी (50-60Kmph), हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने दी सलाह
हीटवेव के चलते मौसम विभाग ने सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। साथ ही कहा कि हल्के कपड़े पहने और बच्चों एवं बुजुर्गों को विशेष रूप से देखभाल करें। हालांकि शाम के समय कुछ इलाकों में मौसम में बदलाव आने की संभावना है तो वहीं कुछ इलाकों में आंधी के साथ बारिश भी हो सकती है। जिसके बाद गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
20 से 25 जून के बीच मानसून की होगी इंट्री
मौसम विभाग के अनुसार 20 से 25 जून के बीच राजस्थान में मानसून प्रवेश कर सकता है। इस साल मानसून की शुरुआत उदयपुर व कोटा संभाग से होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि शनिवार को ही मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर के शेष हिस्सों और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है।
