Rajasthan: शादी के लिए 4 साल किया इंतजार, अब अटारी-वाघा बॉर्डर से वापस लौटी शैतान सिंह की बारात

Rajasthan: बाड़मेर के एक युवक की शादी 30 अप्रैल को पाकिस्तान के अमरकोट शहर में होनी थी लेकिन अटारी-वाघा सीमा चौकी बंद होने की वजह से अटक गई। परिवार ने शादी की पूरी तैयारी कर ली थी। दूल्हे शैतान सिंह के साथ अटारी-वाघा सीमा पर भी पहुंच गए लेकिन उन्हें जाने की अनुमति नहीं मिली।
दरअसल, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था, जिसमें करीब 26 लोग मारे गए थे। घटना के बाद से सभी बॉर्डर बंद कर दिए गए। इसके साथ ही 48 घंटे के अंदर पाकिस्तान से भारत आए लोगों को छोड़ने का आदेश भी जारी हो गया। इसी बीच बाड़मेर से अमरकोट जा रहे शादी करने दूल्हे को अधिकारियों ने वापस लौटा दिया।
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क्या है पूरा मामला
बाड़मेर जिले के इंद्रोई गांव के निवासी शैतान सिंह (25) की शादी 4 साल पहले पाकिस्तान के अमरकोट में तय हुई थी। उनकी सगाई भी हो चुकी है। सगाई करने के बाद परिवार को वीजा नहीं मिल पा रहा था। काफी मशक्कत करने के बाद वीजा तो मिल गया लेकिन इस दौरान दोनों देशों के बीच आतंकी हमले को लेकर काफी तनाव बढ़ गया। जिसकी वजह से बॉर्डर से दूल्हे शैतान सिंह समेत उनके परिवार को वापस घर भेज दिया गया।
12 मई तक का है वीजा
शादी को लेकर दूल्हा शैतान सिंह ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। उनका वीजा 12 मई तक है। ऐसे में उम्मीद है कि हालत सुधरने के बाद वो अपनी दुल्हन को विदा कर घर लाएंगे। दूल्हे ने बताया कि इस दिन का काफी लंबे समय तक इंतजार किया है। मेरी शादी होनी थी, लेकिन क्या करें? यह सीमा का मामला है।
एक ही गोत्र में नहीं होती शादी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में काफी ज्यादा संख्या में सोढ़ा राजपूतों की आबादी है। राजपूत समाज एक ही गोत्र में शादी नहीं करता है। इसलिए सीमा पार अपने रिश्ते को तलाशते हैं। शैतान सिंह के कई रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। इसलिए मजबूरीवश सोढ़ा राजपूतों को शादियों के लिए पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर और बीकानेर की तरफ रुख करना पड़ता है।
