विजयादशमी 2024: कोटा में दहन से पहले 80 फीट ऊंचे 'रावण' का धड़ अचानक सिर से अलग, मची अफरा-तफरी

Ravana Dahan
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राजस्थान के कोटा में बड़ा हादसा होने से बाल-बाल टल गया। शुक्रवार (11 अक्टूबर) की रात को अचानक रावण का धड़ सिर से अलग होकर पंडाल पर गिर गया। धड़ गिरते ही अफरा-तफरी मच गई।

Ravana Dahan 2024: राजस्थान के कोटा में बड़ा हादसा होने से बाल-बाल टल गया। शुक्रवार (11 अक्टूबर) की रात को अचानक रावण का धड़ सिर से अलग होकर पंडाल पर गिर गया। धड़ गिरते ही अफरा-तफरी मच गई। रावण के धड़ का पीछे का हिस्सा डैमेज हो गया। सूचना मिलने पर समिति के अध्यक्ष और निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे। 12 घंटे की मशक्कत के बाद शनिवार सुबह दोबारा 80 फीट के रावण के पुतले को खड़ा किया गया। कहा जा रहा है कि राजस्थान का सबसे बड़ा दशहरा मेला कोटा मनाया जा रहा है।

15 फीट ऊंचाई से गिरा धड़
बता दें कि कोटा के दशहरा मैदान में मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले खड़े किए जा चुके थे। शुक्रवार रात को रावण को खड़ा किया जा रहा था। तभी हल्की बारिश आ गई। क्रेन से रावण का धड़ 12-15 फीट ऊंचाई तक उठाया और अचानक क्रेन में बंधा पट्टा टूट गया। पट्टा टूटने के कारण रावण का धड़ पास में बने पंडाल पर गिर गया। रावण का सिर धड़ से अलग हो गया। तेज आवाज आई तो अफरा-तफरी मच गई। रावण का पुतला क्षतिग्रस्त हो गया।

रथ पर खड़ा है 80 फीट का पुतला
सूचना पर नगर ​निगम और समिति के लोग पहुंचे। 12 घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद शनिवार सुबह दोबारा पुतले को खड़ा किया गया। कोटा में 80 फीट के रावण को रथ पर खड़ा किया गया है। रावण के पुतले के पीछे सोने की लंका भी बनाई गई है। प्लाई की मदद से 250 फीट ऊंची दीवार बनाई गई है, जिस पर सोने जैसा रंग किया गया।

मान्यता: पुतले को कंकर मारने नहीं होती बीमारी
कोटा में अहंकार का प्रतीक रावण कुटुंब सहित दहन स्थल पर खड़ा हुआ है। रावण दहन कार्यक्रम को देखने दूर-दूर से लोग आए हैं। पुतले को कंकर मारने की परंपरा का निर्वहन करने लोग भी भारी संख्या में पहुंच गए हैं। मान्यता है कि रावण के पुतले को कंकड़ मारने से बीमारियां नहीं होती हैं। रावण दहन के बाद जमकर आतिशबाजी भी होगी।

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