Rajasthan: झुंझुनूं के शहीद सुरेन्द्र कुमार की अंतिम बिदाई, पत्नी बोली- बेटे को भी सेना में भेजूंगी

Rajasthan: ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए झुंझुनूं जिले के मंडावा क्षेत्र के मेहरादासी गांव निवासी एयरफोर्स के जवान सुरेन्द्र कुमार मोगा का राजकीय सम्मान के साथ रविवार, 11 मई को अंतिम संस्कार किया गया। सुरेंद्र जम्मू-कश्मीर के उधमपुर सेक्टर में शनिवार सुबह पाकिस्तानी हमले में शहीद हो गए थे। सुरेंद्र का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा तो लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। लोगों ने मंडावा से उनके घर तक तिरंगा यात्रा निकाली और नम आंखों से विदाई दी।
शहीद सुरेंद्र कुमार वायु सेना में मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट के पद पर तैनात थे। सुरेंद्र से ससुर यानी उनकी पत्नी सीमा के पति भी सेना से रिटायर कर्मचारी हैं। शनिवार को उनके मोबाइल में पूर्व सैनिकों के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक मैसेज अंग्रेजी में मिला जिसमें लिखा था कि‘एज पर रिपोर्ट उद्यमपुर ओल्ड एटीसी बिल्डिंग एंड एसएनसीओ मेस हेज बीन हिट।’
सुरेंद्र के साथी ने फोन पर बताया 'सुरेंद्र इज नो मोर…'
मैसेज देखते ही पिता ने तुरंत अपनी बेटी को बताया। इस दौरान बेटी सीमा ने अपने पति सुरेंद्र कुमार को फोन लगाया लेकिन फोन नो रिप्लाई आया। कई बार फोन लगाने के बाद सुरेंद्र के एक साथी ने फोन उठाया और कहा कि सुरेंद्र इज नो मोर…। यह सुनते ही सीमा बेहोश होकर गिर पड़ी।
जैसे ही इसकी जानकारी गांव को मिली। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सुरेन्द्र कुमार पिछले 14 सालों से भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे। कुछ दिन पहले घर आए थे। हाल ही में 15 अप्रैल को परिवार के साथ ड्यूटी पर लौटे थे। सुरेंद्र के पिता शिशुपाल मोगा भी पैरा मिल्ट्री फोर्स में सेवाएं दे चुके हैं।
