खाटूश्यामजी मंदिर जाने वालों के लिए खबर: 43 घंटे रहेगा बंद रहेगा पट, जानें कब कर सकेंगे दर्शन

Khatushyamji: अगर आप भी राजस्थान के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा खाटूश्यामजी मंदिर में जाने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। मंदिर प्रशासन के अनुसार इस वीकेंड श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं मिल पाएंगे। मंदिर 6 सितंबर की रात 10 बजे से बंद कर दिया जाएगा और यह 8 सितंबर की शाम 5 बजे दोबारा दर्शन के लिए खोला जाएगा। इस दौरान 43 घंटे तक मंदिर पूरी तरह श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा।
ग्रहण और धार्मिक अनुष्ठान एक साथ
मंदिर समिति के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हर अमावस्या के बाद बाबा श्याम का विशेष स्नान और तिलक अनुष्ठान किया जाता है, जिसके चलते मंदिर आमतौर पर करीब 18-19 घंटे तक बंद रहता है। लेकिन इस बार इस धार्मिक प्रक्रिया के साथ-साथ चंद्रग्रहण भी पड़ रहा है, जिसकी वजह से मंदिर बंदी की अवधि बढ़ा दी गई है।
मंदिर प्रशासन के अनुसार ग्रहण के दौरान मंदिरों में किसी भी प्रकार की पूजा-अर्चना नहीं की जाती। ऐसे में परंपराओं और सुरक्षा दोनों को ध्यान में रखते हुए मंदिर को 43 घंटे बंद रखना जरूरी था।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है। अब बाबा खाटूश्यामजी को इत्र की शीशी या कांटेदार गुलाब चढ़ाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, भीड़ के दौरान कई भक्त मूर्ति की ओर इत्र की कांच की शीशियां या कांटेदार फूल फेंक देते थे, जिससे अन्य श्रद्धालुओं और सुरक्षा कर्मियों को चोट लगने की घटनाएं होती रही हैं। हाल ही में एक युवती के पैर में मंदिर परिसर में कांच का टुकड़ा चुभ गया था, जिससे उसका पैर लहूलुहान हो गया। इसी तरह की घटनाओं से बचने के लिए ये प्रतिबंध लगाया गया है।
दुकानदारों पर होगी सख्त कार्रवाई
बता दें, लोकल दुकानदारों के लिए कांच की शीशियों में इत्र बेचने पर पहले से ही प्रतिबंध था, लेकिन कुछ दुकानदार इसका उल्लंघन कर रहे थे। सीकर जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा और पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक ने बुधवार को मंदिर परिसर का दौरा किया और निर्देश दिए कि जो भी दुकानदार कांच की इत्र शीशी या कांटेदार गुलाब बेचते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने नगरपालिका, उपखंड अधिकारी और तहसील प्रशासन को भी इस संबंध में सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन का कहना है कि बाबा खाटूश्यामजी के दरबार में हर साल लाखों श्रद्धालु देशभर से पहुंचते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। भक्तों से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी प्रकार की सामग्री जो मंदिर में निषेध है, साथ न लाएं। इसके साथ ही भक्तगणों से अपील की है कि वे मंदिर प्रशासन एवं जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि हर किसी की यात्रा सुरक्षित और शांतिपूर्ण रह सके।
